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भजन - सतगुरु है सत पुरुष अकेला ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - सुन्नके मिकाममें बेचूनक...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - उड रे उड बिहंगम चढु ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - गयो सो गयो बहुरि नहिं...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - एक कहो सो अनेक ह्वै ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - देखु बिचारि हिये अपने नर ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - आँखी सेती जो भी देखिये , ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - जहँ मूल न डार न पत है रे ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - जबलग खोजै चला जावै , तबलग...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - अंधा पूछे आफताबको रे उसे ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - हम तो एक हुबाब हैं रे , स...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - आबके बीच निमक जैसे , सबलो...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - गगन गुफामें बैठिके रे , उ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - गगन -गुफामें बैठिके रे , ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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युगलप्रियाजी
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - श्रीगुरुदेव भरोसो साँचौ ।...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - साधुनकी जूँठन नित लहिये ,...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - माई मोकों जुगलनाम निधि भा...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - सुभग सिंहासन रघुराज राम ।...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - नैन सलोने खंजन मीन । चंच...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - मिलन अनूठी प्यारे तिहारी ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - बाँकी तेरी चाल सुचितवनि ब...
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भजन - बीर अबीर न डारौ । अँखिया...
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भजन - माई उमड़ि घुमड़ि घन आये । ...
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भजन - ब्रजमंडल अमरत बरसै री । ...
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भजन - राधा -चरनकी हूँ सरन । छत...
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भजन - जय राधे , श्रीकुंज बिहारि...
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भजन - नाथ अनाथकी सब जानै ॥ ठा...
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भजन - प्रीतम रूप दिखाय लुभावै ।...
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भजन - रूप किरिकिरी परी नैनमें ,...
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भजन - स्याम स्वरूप बसो हियमें ,...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - कोई दुख जानै नहिं अपनो , ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - नयननि नींद हिरानी , बोली ...
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भजन - होरी -सी हिय झार बढै री ।...
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भजन - साँवलियाकी चेरी कहौ री ॥...
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भजन - मन तुम मलिनता तजि देहु । ...
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भजन - दृग , तुम चपलता तजि देहु ...
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भजन - पापनिको सँग छाँड़ि जतन कर ...
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भजन - यह तन इक दिन होय जु छारा ...
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भजन - बगुला भक्तन सौ डरिये री ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - सुनिये नाथ गरीब निवाज , आ...
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भजन - मेरे गति एक आप , दूजो कोऊ...
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भजन - बृंदाबन अब जाय रहूँगी , ब...
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भजन - चरन चलौ श्रीवृंदावन मग , ...
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भजन - ब्रजलीला रस भावै अब तौ , ...
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भजन - आओ प्यारे ह्रदय -सदनमें ,...
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भजन - मैं पाऊँ कृपाकरि मोहिनी ,...
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भजन - बृंदाबन रस काहि न भावै । ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - जय श्रीजमुने कलि -मल हारि...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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भजन - ज्ञान शुभ कर्मको सुथल मिथ...
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आरती - मंगल आरति प्रिया प्रीतमकी...
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रामाज्ञा प्रश्न - तृतीय सर्ग
गोस्वामी तुलसीदासजीने श्री. गंगाराम ज्योतिषीके लिये रामाज्ञा-प्रश्नकी रचना की थी, जो आजभी उपयोगी है ।
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ज्ञानोदय भजनी मालिका
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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ज्ञानोदय भजनी मालिका - परिचय
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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ज्ञानोदय भजनी मालिका - अनुक्रमणिका
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका १ प्रतिपदा
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका २ द्वितिया
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका ३ तृतीया
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका ४ चतुर्थी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका ५ पंचमी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका ६ षष्टी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका ७ सप्तमी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका ८ अष्टमी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका ९ नवमी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका १० दशमी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका ११ एकादशी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका १२ द्वादशी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका १३ त्रयोदशी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका १४ चतुर्दशी
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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मालिका १५ पौर्णिमा
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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काकडा - आरती
पहाटेचे भजन देव जागृति -पर
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काल्याचे अभंग
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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कीर्तन महात्म्य
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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पंढरी महात्म्य
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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ज्ञान महात्म्य
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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विश्वव्रह्म आरती आणि विश्वब्रह्मकृत श्लोक सप्तक
श्री गणपती महाराज केरूरकर ह्यांचे लिखाण म्हणजे कस्तुरीचा वास शपथपूर्वक सांगणे.
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श्रीदत्त भजन गाथा
श्रीदत्त भजन गाथा
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श्रीदत्त भजन गाथा - अनुक्रमणिका
श्रीदत्त भजन गाथा
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भावगंगा
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - अनुक्रमणिका
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - तुझ्या पाऊलांच्या राहो खुणा
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - अनंत आहे मानवजाती
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - देह झाला चंदनाचा
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - पांडुरंग आले आले
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - कितीक आले गेले
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - क्षणिक दर्शने
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - घेतली मी शपथ दादा !
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - दादा! तुमच्यामुळेच
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - युगे युगे वाट किती पाहिली
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भावगंगा - तुमच्यामुळेच दादा आनंद जीवनात
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - पावन केले दादांनी
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - संगतीत दादा तुमच्या
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - याचे पडे पाउल तीच काशी
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - दरवळे आसावरी
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - नसती केवळ श्वेतवस्त्रे
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - दादा सांगती भक्ती-दर्शन
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - हे शुभ्र तारे चालले
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - झालो देवाचे
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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भावगंगा - हे दिव्यदृष्टीदाता
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भावगंगा - बनले कार्य तुझे सम्राट
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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