सर्व-शिरोमणि विश्व-सभाके, आत्मोपम विश्वंभरके ।
विजयी नायक जगनायकके सच्चे सुह्रद चराचरके ॥
सुखद सुधानिधि साधु कुमुदके भास्कर भक्त-कमल-वनके ।
आश्रय दीनोंके प्रकाश पथिकोंके, अवलम्बन जनके ॥
लोभी जग-हितके, त्यागी सब जगके, भोगी भूमाके ।
मोही निर्मोहीके, प्यारे जीवन बोधमयी माके ॥
तत्पर परम हरण पर-दुःखके, तत्परता-विहीन तनके ।
चतुर खिलाड़ी जग-नाटकके, चिन्तामणि साधक-जनके ॥
सफल मार्ग-दर्शक पथ-भ्रष्टोंके आधार अभागोंके ।
विमल विधायक प्रेम-भक्तिके उच्च बावके, त्यागोंके ॥
परम प्रचारक प्रभुवाणीके, ज्ञाता गहरे भावोंके ।
वक्ता, व्याख्याता, विशुद्ध, उच्छेदक सर्व कुभावोंके ॥
पथदर्शक निष्कामकर्मके चालक अचल सांख्यपथके ।
पालक सत्य अहिंसा व्रतके घालक नित अपूत पथके ॥
नासक त्रिविध तापके, पोषक तपके तारक भक्तोंके ।
हारक पापोंके, संजीवनभेषज विषयासक्तोंके ॥
पावनकर्ता पतितोंके पृथ्वीके, प्रेत, पितृ-गणके ।
भूषण भूमण्डलके, दूषण राग-द्वेष रणांगणके ॥
रक्षक अतिदृढ़, सत्य-धर्मके भक्षक भव-जंजालोके ।
तक्षक भोग-रोग, धन-मदके ब्यापारी सत-लालोंके ॥
दक्ष दुभाषी 'जन, जन-धन' के मुखिया राम-दलालोंके ।
छिपे हुए अज्ञात लोक निधि मालिक असली मालोंके ॥
चूड़ामणि दैवीगुण-गणके परमादर्श महानोंके ।
महिमा-वर्णनमें असक्त तव विद्या-बल विद्वानोंके ॥