हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार|
बनहिं बन स्याम चरावत गैया...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - बनहिं बन स्याम चरावत गैया...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।

बनहिं बन स्याम चरावत गैया ॥

सुभग अंग सुखमाको सागर कर बिच लकुट धरैया ।

पीत बसन दमकत दामिनि सम, मुरली अधर बजैया ॥

धावत इत उत दाऊके सँग, खेल करत लरिकैयाँ ।

गैयनके पाछे नित भाजत, नंदरायको छैया ॥

धन्य-धन्य वे ब्रजकी धूमरि धौरी कारी गैया ।

जिनहिं पियावत जल जमुना-तट ठाढ़ो आपु कन्हैया ॥

N/A

References : N/A
Last Updated : September 25, 2008

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP