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बना दो बुद्धिहीन भगवान ॥ ...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - बना दो बुद्धिहीन भगवान ॥ ...

श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।

बना दो बुद्धिहीन भगवान ॥

तर्क-शक्ति सारी ही हर लो, हरो ज्ञान-विज्ञान ।

हरो सभ्यता, शिक्षा, संस्कृति, नये जगतकी शान ॥

विद्या-धन-मद हरो,हरो हे हरे ! सभी अभिमान ।

नीति भीतिसे पिंड छुड़ाकर करो सरलता-दान ॥

नहीं चाहिये भोग-याग कुछ, नहीं मान-सन्मान ।

ग्राम्य, गँवार बना दो, तृणसम दीन, निपट निर्मान ॥

भर दो ह्रदय भक्ति-श्रद्धासे करो प्रेमका दान ।

प्रेमसिन्धु ! निज मध्य डुबाकर मेटो नामनिशान ॥

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Last Updated : May 24, 2008

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