-
अर्थालंकार - हेतु
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - प्रत्यक्षप्रमाण
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - अनुमान
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - उपमानप्रमाण
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - शब्दप्रमाण
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - अर्थापत्ति
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - अनुपलब्धि
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - संभव
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - ऐतिह्य
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - अनुकूल
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - आशी
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - रसवत्
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - प्रेय
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - ऊर्जस्वित्
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - समाहित
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - भावोदय
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - भावसंधि
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - भावशबलता
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - संसृष्टि
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - संकर
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्थालंकार - चेतनगुणोक्ति
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अलंकारदर्श
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: mr
-
अलंकारदर्श - शब्दालंकार
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: mr
-
शब्दालंकार - छेकानुप्रास
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शब्दालंकार - वृत्यनुप्रास
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शब्दालंकार - यमक
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शब्दालंकार - श्रुत्यनुप्रास व अंत्यानुप्रास
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शब्दालंकार - पुनरुक्तवदाभास
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शब्दालंकार - लाडानुप्रास
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शब्दालंकार - चित्र
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अलंकारदर्श - अनुक्रमणिका
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अलंकारदर्श - अलंकारांचें वर्गीकरण.
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अलंकारदर्श - कठीण शब्दांचा कोष
काव्यास ज्याच्या योगाने शोभा येते त्यास अलंकार असे म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
मराठी व्याकरण
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुच्चारित अनुस्वार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुच्चारित अनुस्वार - अनुक्रमणिका
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुच्चारित अनुस्वार - लिंगविचार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुच्चारित अनुस्वार - वचनविचार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुच्चारित अनुस्वार - सर्वनामविचार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुच्चारित अनुस्वार - विशेषणविचार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुच्चारित अनुस्वार - क्रियापदविचार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुच्चारित अनुस्वार - विभक्तिविचार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
विभक्तिसंबधी अनुस्वार तृतीया
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
विभक्तिसंबधी अनुस्वार षष्ठी
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
विभक्तिसंबधी अनुस्वार सप्तमी
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
द्वितीया, चतुर्थी, पंचमी, संबोधन विभक्तीसंबंधीं अनुस्वार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
कर्ता, कर्म ओळखणें
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शुद्धलेखन - जोडाक्षरें
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
प्रयोग - विचार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
प्रयोगासंबंधीं अनुस्वार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुस्वारासंबंधीं
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शुद्धलेखन - र्हस्व - दीर्घ विचार
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शुद्धलेखन - विरामचिन्हें
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शब्दांच्या लिंगाविषयी मतभिन्नता
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
व्याकरण चालविणें
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
काही वाक्यांचें व्याकरण
व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
सद्वृत्तमुक्तावली
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: mr
-
प्रस्तावना
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
संज्ञाप्रकरणम्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
आर्याप्रकरणम्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
वर्णवृत्तप्रकरणम्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उष्णिग्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुष्टुप्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बृहती
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
पंक्ति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
त्रिष्टुप्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
जगती
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अतिजगती
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
शक्करी
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अतिशक्करी
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अष्टि
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अत्यष्टि
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
धृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अतिधृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
कृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
प्रकृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
आकृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
विकृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
संस्कृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अतिकृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उत्कृति
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अर्धसमवृत्तप्रकरणम्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
विषमवृत्तम्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
अनुष्टुप्वृत्तम्
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
प्रत्यय
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उदिष्ट
निरंजन माधव लिखित सद्वृत्तमुक्तावली.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
रसगड्गाधर - उपमालंकार
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण १
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण २
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण ३
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण ४
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण ५
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण ६
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण ७
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण ८
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण ९
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण १०
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण ११
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण १२
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उपमालंकार - लक्षण १३
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr