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मल्हारी मार्तंड विजय - अध्याय एकविसावा
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - अध्याय बाविसावा
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - मार्तंडभैरवाष्टक
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - खंडेरायाची आरती
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - ध्यान श्लोक
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - प्रभावी मंत्र
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - श्री मल्हारी कवच
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - भूपाळी
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - भंडारमंत्र आणि अभंग
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - गोंधळ
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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मल्हारी मार्तंड विजय - म्हाळसा बाणांची आरती
श्री माणिकप्रभु विरचित श्री मल्हारी मार्तंड विजय.
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श्रीमांगीशमहात्म्यसारामृत
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय पहिला
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय दुसरा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय तिसरा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय चौथा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय पाचवा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय सहावा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय सातवा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय आठवा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय नववा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय दहावा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय अकरावा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय बारावा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय तेरावा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय चौदावा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय पंधरावा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमांगीशमहात्म्य - अध्याय सोळावा
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीशंभू महादेवाची आरती
श्रीमांगीशमहात्म्य
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श्रीमद् आद्यशंकराचार्य
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अनुक्रमणिका
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय पहिला
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय दुसरा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय तिसरा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय चौथा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय पाचवा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय सहावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय सातवा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय आठवा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय नववा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय दहावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय अकरावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय बारावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय तेरावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय चौदावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय पंधरावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय सोळावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय सतरावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय अठरावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय एकोणिसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय विसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय एकविसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय बाविसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय तेविसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय चोविसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय पंचविसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय सव्विसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य वंदना - अध्याय सत्ताविसावा
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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श्री शंकराचार्य आरती
निर्मला गणेश जोशी विरचित श्रीमद् जगद्गुरु श्रीमद् आद्यशंकराचार्य यांचे पोथी चरित्र.
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देवी विजय
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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श्रीनित्यानंदतीर्थ यांचा परिचय
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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देवीची पूजाविधी व फलप्राप्ती
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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मंगलाचरण
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय पहिला
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय दुसरा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय तिसरा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय चौथा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय पाचवा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय सहावा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय सातवा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय आठवा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय नववा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय दहावा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय अकरावा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय बारावा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय तेरावा
श्रीनित्यानंदतीर्थविरचित श्रीमार्कण्डेयपुराणांतर्गत श्रीदेवीविजय.
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अध्याय चौदावा
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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अध्याय पंधरावा
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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अध्याय सोळावा
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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श्रीदुर्गास्तोत्र
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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श्रीमहालक्ष्मी स्तोत्र
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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नामावली
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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जप
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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नवरात्रसंकल्प
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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श्रीमहालक्ष्मीची आरती
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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पेशवाईच्या उत्तरार्धाचा पोवाडा
इतिहासाचे साधन
म्हणून पोवाड्यांचे महत्व विशेष आहे. पोवाडे हे गीत-नाट्यरूप असल्यामुळे
त्यात मनोरंजन व प्रचार यांचा मेळ घातला जातो.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - मंगलाचरण
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - वर्णव्यवस्था
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - अथ ब्राम्हणलक्षण
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - क्षत्रिय लक्षण
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - वैश्यलक्षण
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - शूद्रलक्षण
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - क्षत्रियधर्म
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - वैश्यकर्मधर्म
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - शूद्रकर्मधर्म
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - आश्रमव्यवस्थावर्णन
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - आश्रमलक्षणवर्णन
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - गृहस्थाश्रम
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - बानप्रस्थाश्रम
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - संन्यासाश्रम
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - मठविभाग
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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राजधर्म विचार- राजधर्म वर्णन
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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राजधर्म विचार- राजाचे गुण
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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राजधर्म विचार- राजाचा आवश्यक व्यवहार
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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राजधर्म विचार- राजनीतीचे वर्णन
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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राजधर्म विचार- व्यवहार नीति
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - प्रजापालन
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - प्रजा कर्तव्य
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - राजा व राजसभा
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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योगरत्नाकर
आयुर्वेदावरील एक प्राचीन ग्रंथ.
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योगरत्नाकर - मंगलाचरण
आयुर्वेदावरील एक प्राचीन ग्रंथ.
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श्रीवेङ्कटेशप्रपत्तिः - ईशानां जगतोऽस्य वेङ्कटपते...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते.In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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श्रीवेङ्कटेशसुप्रभातम् - कौसल्या सुप्रजा राम पूर्व...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते.In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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महाराष्ट्र कविचरित्र
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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रामीरामदास
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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श्रीहरिनारायण
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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गिरिधर
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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तुका ब्रम्हानंद.
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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लिंगनाथ योगी
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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ज्योतिपंत महाभागवत
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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दाजी कवि
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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चिदंबरदास राजाराम.
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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दयाळनाथ
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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नाथभुजंग
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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निरंजनबुवा
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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श्रीनारायणबोवा जालवणकर
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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मौनीस्वामी
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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चूडामणिसुत
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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जयराम नाना
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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वामन नानाजी देशपांडे
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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चिदानंदस्वामी
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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कचेश्वर
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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शिवदिन केसरी
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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विठोबा अण्णा दफ़्तरदार
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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दामोदर गणेश जोशी ऊर्फ कृष्णदास
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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दिनकर गोसावी रामदासी
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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शिवरामस्वामी कल्याणकर
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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उद्धवचिद्धन
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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श्रीकृष्ण जगन्नाथभट्ट बांदकर
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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