व वामन पंडित | Show All अनुभूतिलेश - श्लोक २७१ ते २८५ वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते Type: | Rank: 0 | Lang: अनुभूतिलेश - श्लोक २८६ ते ३०० वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते Type: | Rank: 0 | Lang: अनुभूतिलेश - श्लोक ३०१ ते ३१५ वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते Type: | Rank: 0 | Lang: अनुभूतिलेश - श्लोक ३१६ ते ३२५ वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते Type: | Rank: 0 | Lang: वामन पंडित - भागवत रामायण कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: वामन पंडित - भागवत रामायण - अध्याय १ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: वामन पंडित - भागवत रामायण - अध्याय २ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: वामन पंडित - भागवत रामायण - अध्याय ३ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण १ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण १ - भाग १ वामन.पंडित,vaman.pandit,ब्रम्हस्तुति,brahmastuti Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण १ - भाग २ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण १ - भाग ३ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण १ - भाग ४ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण १ - भाग ५ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण १ - भाग ६ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण १ - भाग ७ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण २ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण २ - भाग १ वामन.पंडित,vaman.pandit,ब्रम्हस्तुति,brahmastuti Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण २ - भाग २ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: ब्रम्हस्तुति - चरण २ - भाग ३ कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख. Type: | Rank: 0 | Lang: | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP