भूताधिपस्तोत्रम् - भूताधिपं भजे भूताधिपं दिव...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते.
In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
भूताधिपं भजे भूताधिपं दिव्य
भूताधिपं भजे भूताधिपम् ॥१॥
देवारिमर्दनं भूताधिपं भू
तगणसुवन्दितं भूताधिपम् ॥२॥
देवेन्द्रवन्दितं भूताधिपं भक्त
वृन्दबहुस्तुतं भूताधिपम् ॥३॥
कारुण्य वीक्षणं भूताधिपं श्री
गजमुखसोदरं भूताधिपम् ॥४॥
श्रीकुण्डलाञ्चितं भूताधिपं श्री
मणिकण्ठभासुरं भूताधिपम् ॥५॥
नाळीकलोचनं भूताधिपं श्री
कालाम्बुदश्याळं भूताधिपम् ॥६॥
नानार्थ दायकं भूताधिपं कलि
दोषदावानलं भूताधिपम् ॥७॥
दीनार्ति भञ्जनं भूताधिपं सु
भक्तजनतारकं भूताधिपम् ॥८॥
पाण्ड्येशसेवकं भूताधिपं पाण्ड्य
वंशसुरक्षितं भूताधिपम् ॥९॥
क्लेशपाशक्षतिं भूताधिपं क्लिष्ट
जनरक्षकं भूताधिपम् ॥१०॥
संसारतारकं भूताधिपं शत्रु
कुलध्वंसकं भूताधिपम् ॥११॥
पुण्यलोकाश्रयं भूताधिपं पुण्य
जनपूजितं भूताधिपम् ॥१२॥
आश्रितवत्सलं भूताधिपं विश्व
विशृतविग्रहं भूताधिपम् ॥१३॥
कल्याणदायकं भूताधिपं सु
कीर्तन सक्त चित्तं भूताधिपम् ॥१४॥
किरातवपुषं भूताधिपं मृग
यावनस्थितं भूताधिपम् ॥१५
अज्ञाननाशनं भूताधिपं सु
विज्ञानदायकं भूताधिपम् ॥१६॥
अद्भुतविग्रहं भूताधिपं अणि
मादिसिद्धिदं भूताधिपम् ॥१७॥
समस्तैकनाथं भूताधिपं ताप
त्रयशान्तिदं भूताधिपम् ॥१८॥
भूताधिप स्तोत्रं समाप्तम् ॥
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Last Updated : July 11, 2016
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