मराठी मुख्य सूची|ऐतिहासिक साहित्य|शिवचरित्रसाहित्य| लेख ७४ शिवचरित्रसाहित्य लेख १ लेख २ लेख ३ लेख ४ लेख ५ लेख ६ लेख ७ लेख ८ लेख ९ लेख १० लेख ११ लेख १२ लेख १३ लेख १४ लेख १५ लेख १६ लेख १७ लेख १८ लेख १९ लेख २० लेख २१ लेख २२ लेख २३ लेख २४ लेख २५ लेख २६ लेख २७ लेख २८ लेख २९ लेख ३० लेख ३१ लेख ३२ लेख ३३ लेख ३४ लेख ३५ लेख ३६ लेख ३७ लेख ३८ लेख ३९ लेख ४० लेख ४१ लेख ४२ लेख ४३ लेख ४५ लेख ४६ लेख ४७ लेख ४८ लेख ४९ लेख ५० लेख ५१ लेख ५२ लेख ५३ लेख ५४ लेख ५५ लेख ५६ लेख ५७ लेख ५८ लेख ५९ लेख ६० लेख ६१ लेख ६२ लेख ६३ लेख ६४ लेख ६५ लेख ६६ लेख ६७ लेख ६८ लेख ६९ लेख ७० लेख ७१ लेख ७२ लेख ७३ लेख ७४ लेख ७५ लेख ७६ लेख ७७ लेख ७८ लेख ७९ लेख ७९ लेख ८० लेख ८१ लेख ८२ लेख ८३ लेख ८४ लेख ८५ लेख ८६ लेख ८७ लेख ८८ लेख ८९ लेख ९० लेख ९१ लेख ९२ लेख ९३ लेख ९४ लेख ९५ लेख ९६ लेख ९७ लेख ९८ लेख ९९ लेख १०० शिवचरित्र - लेख ७४ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक आणि मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. Tags : historicalmarathishivajiऐतिहासीकमराठीशिवाजीसाहित्य शिवचरित्र - लेख ७४ Translation - भाषांतर हू[वरच्या लेखाप्रमाणे शि.व मो.]श.१६११ कार्तिक व. ११इ.१६८९ आक्टो.२८खैरयतखानर्द म॥ अनाम देसकानी व अदिकारियानी व देसकुलकर्णियानी मामळे मुर्तजाबाद उर्फ चेऊल यासि [मो.जा.] कोट जजिरे राजपुरी [मो.जा.] द्वा सु॥ तिसेल अलफ तुमचे बाबे म॥ बाबाजी देसाई व देसकुलकर्णी मामळे मजकूर यानी हुजूर येउनु तुमची कितेक वजाने सिफारस सागितली त्यावरुन मालुम जाहाली तरी तुम्ही मिरासदार वतनदार आ[हा] तुम्हास यैसलेच पाहिजे हाली पातशाही मुलुक जाहला आहे तरी तुम्ही मेहनत मशागत करुन पातशाही कामामधे दिल घालून मामुरा केलियानें तुमची सरफराजी असे तरी तुम्ही मिरासदार होउनु आपले काबूस हैगै करायसि गरज नाही पेस्तर सरफराजी असे छ २४ मोहरम मोर्तब सुद[कागदामागे] कागद खैरातखान देसकास लिहिला आहे N/A References : N/A Last Updated : February 27, 2019 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP