मराठी मुख्य सूची|ऐतिहासिक साहित्य|शिवचरित्रसाहित्य| लेख ३५ शिवचरित्रसाहित्य लेख १ लेख २ लेख ३ लेख ४ लेख ५ लेख ६ लेख ७ लेख ८ लेख ९ लेख १० लेख ११ लेख १२ लेख १३ लेख १४ लेख १५ लेख १६ लेख १७ लेख १८ लेख १९ लेख २० लेख २१ लेख २२ लेख २३ लेख २४ लेख २५ लेख २६ लेख २७ लेख २८ लेख २९ लेख ३० लेख ३१ लेख ३२ लेख ३३ लेख ३४ लेख ३५ लेख ३६ लेख ३७ लेख ३८ लेख ३९ लेख ४० लेख ४१ लेख ४२ लेख ४३ लेख ४५ लेख ४६ लेख ४७ लेख ४८ लेख ४९ लेख ५० लेख ५१ लेख ५२ लेख ५३ लेख ५४ लेख ५५ लेख ५६ लेख ५७ लेख ५८ लेख ५९ लेख ६० लेख ६१ लेख ६२ लेख ६३ लेख ६४ लेख ६५ लेख ६६ लेख ६७ लेख ६८ लेख ६९ लेख ७० लेख ७१ लेख ७२ लेख ७३ लेख ७४ लेख ७५ लेख ७६ लेख ७७ लेख ७८ लेख ७९ लेख ७९ लेख ८० लेख ८१ लेख ८२ लेख ८३ लेख ८४ लेख ८५ लेख ८६ लेख ८७ लेख ८८ लेख ८९ लेख ९० लेख ९१ लेख ९२ लेख ९३ लेख ९४ लेख ९५ लेख ९६ लेख ९७ लेख ९८ लेख ९९ लेख १०० शिवचरित्र - लेख ३५ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक आणि मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. Tags : historicalmarathishivajiऐतिहासीकमराठीशिवाजीसाहित्य शिवचरित्र - लेख ३५ Translation - भाषांतर [फार्शी शिक्का]श.१५५३ वैशाख शु.२इ.१६११ एप्रिल २३ई कौलुनामे अज दिवाण मामले मुर्तजाबाद उरुफ चेऊल त॥ माहद .... देसाईकृष्णाजी सुडक ठाकूरअधिकारी ताउजी नागोजी देसाई व कुलकरणी मामले मजकुरु सु॥ इहिदे सलासीन व अलफ दादे कौल यैसाजे तुमचे बाबे सयाजी चाक [र] र॥ खास माळुम केले जे पेसजी गनीम राजे व दलबी येदिलशाही येउनु रयेतीस तसवीस दिधले व पटी करुन घेतली यावरी स। दसबे सरळस्कर येऊनु गनीमास गोसमाल देउनु माहालास आले तेही पटी करुन घेतली हे सक देसकास व रयेतीस पडिली म्हणौनु सदरहु येक किणारा जाले आहेती यास कौल मर्हामती करणे जे तुम्ही खातिरजमा राखोनुं येऊन रयेतीचा दिलासा करुन संचणी मामुरी करणे तुम्हास येक जरेयाची तसवीस ळागो नेदु तुमचा हक लाजिमा व इसाबती व सेते व वाटेली व तैनाती सालाबाद भोगवटा तसरुफाती त॥ साळगुदस्ता चालिले असे [ल तेणे] प्रमाणे चालउनु ज्य॥ तसवीस लागो नेदु म्हणौनु कोल मर्हामती ... कवीहाळ होउनु येउनु संचणी मामुरी करितीळ म्हणौनु माळुम के [ले ब] राये माळुमाती खातीरेस आनौनु कौलनामा सादर केला असे तुम्ही खातिरजमा राखोनु येउनु रयेतीचा दिळासा करुन संचणी मामुरी कीजे तुमचा हक लाजिमा व इसाबती व सेते व वाटेली व तैनाती सालाबाद त॥ साल गुदस्ता चालिले असेल तेणेप्रमाणे भोगवटा तसरुफाती करीत जाइजे तुम्हास येक जरेयाची तसवीस ळागो नेदु तुम्ही कवीहाल होउनु येइजे कोण्हे बाबे ताळुक अदेसा न कीजे म्रोर्तब [फा.अस्पष्ट मो.][कागदामागें] तेरीख १ माहे सौवालुसौवालु N/A References : N/A Last Updated : February 22, 2019 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP