Dictionaries | References प पुनर्वसु { punarvasu ātreya } Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 पुनर्वसु Puranic Encyclopaedia | English English | | PUNARVASU ĀTREYA An ancient preceptor of Āyurveda. he was the guru of Agnideva author of the book ‘Agniveśatantra’ which is the basis of Carakasaṁhitā and also of his classmates like Bhela. Punarvasu was the son of the sage Atri who was one of the spiritual sons of Brahmā. In support of this statement it can be found in many places in Caraku saṁhitā his name referred to as ‘Atrisuta’ or Atrinandana’. Atri maharṣi was also a learned preceptor of Āyurveda according to Kaśyapasaṁhitā Devendra taught Āyur veda to Kaśyapa, Vaṣiṣṭha, Atri and Bhṛgu. The incomplete work ‘Āyurvedacikitsātantra’ by Atri was completed by Punarvasu according to Aśvaghoṣa. Punurvasu's mother's name was Candrabhāgā. getting knowledge in Āyurveda from his father and also from Bharadvāja, Punarvasu became an authority on Āyurveda. his important work is ‘Ātreyasaṁhitā’. there are about thirty prescriptions in his name. The prescriptions regarding ‘Balātaila’ and ‘Amṛtāditaila’ are found in Carakasaṁhitā. Rate this meaning Thank you! 👍 पुनर्वसु हिन्दी (hindi) WN | Hindi Hindi | | noun वह काल जब चन्द्रमा पुनर्वसु नक्षत्र में होता है Ex. अभी पुनर्वसु नक्षत्र चल रहा है । ONTOLOGY:अवधि (Period) ➜ समय (Time) ➜ अमूर्त (Abstract) ➜ निर्जीव (Inanimate) ➜ संज्ञा (Noun) SYNONYM:पुनर्वसु नक्षत्र वासु यामकWordnet:benপূর্ণবসু নক্ষত্র gujપુનર્વસુ નક્ષત્ર kanಪುನರ್ವಸು kasپُرنٔوَسو kokपुनर्वसू नक्षत्र malപുണര്തം oriପୁନର୍ବସୁ ନକ୍ଷତ୍ର tamபுனர்பூச நட்சத்திரம் telపునర్వసు నక్షత్రం urdپنروَسُونِچَھتّر , ساتواں نچھَتر , یامََک noun सत्ताईस नक्षत्रों में से एक Ex. पुनर्वसु चन्द्रमा के मार्ग में पड़नेवाला सातवाँ नक्षत्र है । ONTOLOGY:समूह (Group) ➜ संज्ञा (Noun) SYNONYM:पुनर्वसु नक्षत्र वासु यामकWordnet:benপুর্ণবসু kanಪುರ್ನವಸು kasپُنَروَیٚسوٗ تارک مَنڑَل kokपुनर्वसू marपुनर्वसू oriପୁନର୍ବସୁ panਪੁਨਰਵਾਸੂ sanपुनर्वसू tamபுனர்பூசம் urdپنروسو , پنروسونکشتر , یامک Rate this meaning Thank you! 👍 पुनर्वसु प्राचीन चरित्रकोश | Hindi Hindi | | पुनर्वसु n. (सो.कुकुर.) एक यादव राजा । भागवत के अनुसार यह दरिद्योत का, वायु तथा विष्णु के अनुसार अभिजित का, तथा मत्स्य के मतानुसार नल या नंदनोदरदुंदुभि का पुत्र था । इसके आहुक तथा आहुकी नामक दो पुत्र थे ।पुनर्वसु (आत्रेय) n. एक प्राचीन आर्युवेदाचार्य । चरक संहितो के मूल ग्रंथ ‘अग्निवेशतंत्र’ के रचयिता अग्निवेश का तथा उसके सहपाठी भेल आदि का यह गुरु था । यह ब्रह्मा के मानसपुत्र देवर्षि अत्रि का पुत्र था । आत्रेय शब्द से ‘अत्रिपुत्र’ ‘अत्रिवंशज’ एवं ‘अत्रि-शिष्यपरम्परा’ का बोध होता है, किंतु यहाँ ‘आत्रेय’ शब्द पुत्र-वाचक ही है । क्योंकि, चरकसंहिता में विभिन्न स्थानों पर इसके लिये ‘अत्रिसुत’, ‘अत्रिनंदन’ आदि का स्पष्ट निर्देश है [चरक. सू.३.२९,३०.५०] । इसके पिता अत्रि ऋषि स्वयं आयुर्वेदाचार्य थे । ‘काश्यपसंहिता’ के अनुसार, इंद्र ने कश्यप, वसिष्ठ, अत्रि एवं भृगु ऋषियों को आयुर्वेद की शिक्षा दी थी । अश्वघोष के अनुसार, आयुर्वेद चिकित्सातंत्र का जो भाग अत्रि ऋषि पूरा न कर सके, उसे उसके पुत्र पुनर्वसु आत्रेय ने पूर्ण किया [अश्वघोष-‘बुद्धचरित’ १.४३] । इसकी माता का नाम चन्द्रभागा था, जिस कारण इसे ‘चान्द्रभागा’ अथवा चान्द्रभागी नामांतर भी प्राप्त है [काश्यप. उपोद्घात पृ.७७] कृष्णयजुर्वेदाय होने के कारण इसे ‘कृष्णात्रेय’ भी कहते हैं [चरक.सृ.११.६५] । अपने पिता अत्रि ऋषि तथा भरद्वाज से आयुर्वेद का ज्ञान प्राप्त कर, यह आयुर्वेदाचार्य बना । सामान्यतः यह भरद्वाज ऋषि का समकालीन माना जाता है । किन्तु एक तिब्बतीय कथा के अनुसार, सुप्रसिद्ध बौद्धभिक्षु जीवन की आयुर्वेदीय शिक्षा आचार्य आत्रेय द्वारा तक्षशिला में हुयी थी । पुनर्वसु आत्रेय यायावर ऋषि थे, एवं इनके रहने का कोई स्थान निश्चित था । यह पर्यटन करते हुये आयुर्वेद का उपदेश देते थे, एवं विद्वानों की सभाओं में भाग लेते थे। महर्षि भरद्वाज के द्वारा आयोजित एक ‘वैद्यक-सभा’ में यह उपस्थित थे ।पुनर्वसु (आत्रेय) n. आत्रेय के कुल छः शिष्य थे, जिनके नाम इस प्रकार थेः--अग्निवेश, भेल, जतूकर्ण, पराशर, हारीत तथा क्षीरपाणि [चरक.१.३०,३७] ।पुनर्वसु (आत्रेय) n. इसका सुविख्यात ग्रन्थ ‘आत्रेयसंहिता’ हैं । इस ग्रन्थ के अनेक हस्तलेख विभिन्न् हस्तलेख संग्रहों में प्राप्त हैं । आजकाल प्रकाशित ‘हारीतसंहिता’ में पॉंच विभिन्न ‘आत्रेय संहिताओं’ के निर्देश प्राप्त हैं, जिनकी श्लोक संख्या क्रमशः चौवीस हजार, बारह हजार, छः हजार, तीन हजार एवं पंद्रह सौ दी गयी हैं । आत्रेय के नाम पर लगभग तीस ‘आयुर्वेदीय योग’ उपलब्ध हैं । इनमें से ‘बल तैल’ एवं ‘अमृताद्य तैल’ का निर्देश संहिता में प्राप्त है [चरक.चि.२८.१४८-१५६,१५७-१६४] ।पुनर्वसु II. n. दक्ष की कन्या, जो सोम की पत्नी थी । Rate this meaning Thank you! 👍 पुनर्वसु A dictionary, Marathi and English | Marathi English | | The seventh lunar asterism. Rate this meaning Thank you! 👍 पुनर्वसु Aryabhushan School Dictionary | Marathi English | | m f pl The seventh lunar asterism. Rate this meaning Thank you! 👍 पुनर्वसु A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit English | | पुनर्—वसु n. m. (पु॑नर्-) ‘restoring goods’, also title or epithet).">N. of the 5th or 7th lunar mansion, [RV.,] &c. &c. (mostly number,">du.cf.[Pāṇ. 1-2, 61] ; -त्व॑n., [MaitrS.] ) ROOTS:पुनर् वसु also title or epithet).">N. of विष्णु or कृष्ण, [MBh.] of शिव, [L.] of कात्यायन or वररुचि, [L.] of a son of तैत्तिरि (son of अभिजित् and father of आहुक), [Hariv.] of a son of अभिजित् (अरि-द्योत) and father of आहुक, [Pur.] of other men, 61 Sch.">[Pāṇ. 1-2, 61] Sch. of a partic. world, [L.] commencement of wealth, [L.] Rate this meaning Thank you! 👍 पुनर्वसु Shabda-Sagara | Sanskrit English | | पुनर्वसु m. (-सुः) The seventh of the lunar asterisms, containing accord- ing to some authorities two, and to others, four stars; (in this sense it is properly confined to the dual number पुनर्व्वसु, though in the Vedas it it used in the singular.) 2. A name of VISHṆU. 3. The name of a saint, and grammarian; also KĀTYĀYANA. 4. A name of ŚIVA. 5. commencement of wealth. 6. A Loka or division of the universe. E. पनर् again, वस् to dwell, aff. उ. ROOTS:पनर् वस् उ Related Words पुनर्वसु पुनर्वसु नक्षत्र پُرنٔوَسو புனர்பூச நட்சத்திரம் పునర్వసు నక్షత్రం পূর্ণবসু নক্ষত্র ପୁନର୍ବସୁ ନକ୍ଷତ୍ର પુનર્વસુ નક્ષત્ર ಪುನರ್ವಸು पुनर्वसू नक्षत्र പുണര്തം पुनर्वसू geminorum धाकटा कुंवर थोरला कुंवर यामक आहुकी नक्षत्रद्वंद्व वासु कर्क रास बृहद्द्युम्न भग्नपाद म्हातार्याने केले नांव, तरण्याने वाहविलें गांव त्रिपाद तरणा राजकुमार आहुक अभिजित् भेल पुष्य कर्क मिथुन म्हातारा २७ कात्यायन थोर २१ ऐरावत नक्षत्र आदित्य अदिति चरक १२ राजा ५ राम હિલાલ્ શુક્લ પક્ષની શરુના ત્રણ-ચાર દિવસનો મુખ્યત ନବୀକରଣଯୋଗ୍ୟ ନୂଆ ବା વાહિની લોકોનો એ સમૂહ જેની પાસે પ્રભાવી કાર્યો કરવાની શક્તિ કે સર્જરી એ શાસ્ત્ર જેમાં શરીરના ન્યાસલેખ તે પાત્ર કે કાગળ જેમાં કોઇ વસ્તુને બખૂબી સારી રીતે:"તેણે પોતાની જવાબદારી ਆੜਤੀ ਅਪੂਰਨ ਨੂੰ ਪੂਰਨ ਕਰਨ ਵਾਲਾ బొప్పాయిచెట్టు. అది ఒక लोरसोर जायै जाय फेंजानाय नङा एबा जाय गंग्लायथाव नङा:"सिकन्दरनि खाथियाव पोरसा गोरा जायो आनाव सोरनिबा बिजिरनायाव बिनि बिमानि फिसाजो एबा मादै भाजप भाजपाची मजुरी:"पसरकार रोटयांची भाजणी म्हूण धा रुपया मागता नागरिकता कुनै स्थान ३।। कोटी ঁ ۔۔۔۔۔۔۔۔ ۔گوڑ سنکرمن ॐ 0 ० 00 ૦૦ ୦୦ 000 ০০০ ૦૦૦ ୦୦୦ 00000 ০০০০০ 0000000 00000000000 00000000000000000 000 பில்லியன் 000 மனித ஆண்டுகள் 1 १ ১ ੧ ૧ ୧ 1/16 ರೂಪಾಯಿ 1/20 1/3 ૧।। 10 १० ১০ ੧੦ ૧૦ ୧୦ ൧൦ 100 ۱٠٠ १०० ১০০ Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. 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