करो कोई लाख करैयो एक और है ।
करैयो एक और है, भक्तांको भीड़ी और है ॥ १ ॥
कहै हिरनाकुश मारुँगा प्रह्लादने ।
मारुँगा प्रह्लादने मेरी खड्ग कठोर है ॥ २ ॥
कहै दु:शासन सुन ये द्रौपदी ।
करुँ तन नगन भुजामें मेरे जोर है ॥ ३ ॥
कहै कंस वसुदेवको निरवंस करुँ ।
करुँगा निरबंस शिशुपालकै सिरमोर है ॥ ४ ॥
राणोजी बोल्यो सुन ये मेड़तड़ी ।
देऊँ तन जहर-विष योही मेरो जोर है ॥ ५ ॥
मीराँके प्रभु गिरिधर- नागर ।
करताको करैयो एक नन्दको किशोर है ॥ ६ ॥