संस्कृत सूची|शास्त्रः|ज्योतिष शास्त्रः|बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम्| अध्याय ७१ बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम् अध्याय १ अध्याय २ अध्याय ३ अध्याय ४ अध्याय ५ अध्याय ६ अध्याय ७ अध्याय ८ अध्याय ९ अध्याय १० अध्याय ११ अध्याय १२ अध्याय १३ अध्याय १४ अध्याय १५ अध्याय १६ अध्याय १७ अध्याय १८ अध्याय १९ अध्याय २० अध्याय २१ अध्याय २२ अध्याय २३ अध्याय २४ अध्याय २५ अध्याय २६ अध्याय २७ अध्याय २८ अध्याय २९ अध्याय ३० अध्याय ३१ अध्याय ३२ अध्याय ३३ अध्याय ३४ अध्याय ३५ अध्याय ३६ अध्याय ३७ अध्याय ३८ अध्याय ३९ अध्याय ४० अध्याय ४१ अध्याय ४२ अध्याय ४३ अध्याय ४४ अध्याय ४५ अध्याय ४६ अध्याय ४७ अध्याय ४८ अध्याय ४९ अध्याय ५० अध्याय ५१ अध्याय ५२ अध्याय ५३ अध्याय ५४ अध्याय ५५ अध्याय ५६ अध्याय ५७ अध्याय ५८ अध्याय ५९ अध्याय ६० अध्याय ६१ अध्याय ६२ अध्याय ६३ अध्याय ६४ अध्याय ६५ अध्याय ६६ अध्याय ६७ अध्याय ६८ अध्याय ६९ अध्याय ७० अध्याय ७१ अध्याय ७२ अध्याय ७३ अध्याय ७४ अध्याय ७५ अध्याय ७६ अध्याय ७७ अध्याय ७८ अध्याय ७९ अध्याय ८० अध्याय ८१ अध्याय ८२ अध्याय ८३ अध्याय ८४ अध्याय ८५ अध्याय ८६ अध्याय ८७ अध्याय ८८ अध्याय ८९ अध्याय ९० अध्याय ९१ अध्याय ९२ अध्याय ९३ अध्याय ९४ अध्याय ९५ अध्याय ९६ अध्याय ९७ बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम् - अध्याय ७१ `बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम्` हा ग्रंथ म्हणजे ज्योतिष शास्त्रातील मैलाचा दगड होय. Tags : astrologyjyotishaparasharज्योतिषपाराशरहोराशास्त्र अथाऽष्टवर्गायुर्दायाध्यायः Translation - भाषांतर अथात्रायुः प्रवक्ष्येऽहमष्टवर्गसमुद्भवम् ।दिनद्वयं विरेखायां रेखायां सार्धवासरम् ॥१॥दिनमेकं द्विरेखायां त्रिरखायां दिनार्धकम् ।वेदतुल्यासु रेखासु सार्धसप्तदिनं स्मृतम् ॥२॥द्विवर्षं पञ्चरेखासु षड्रेखासु चतुःसमा ।षड्वर्षं सप्तरेखासु वसवोऽष्टासु वत्सराः ॥३॥एवं यदागतायुः स्यात् सर्वखेटसमुद्भवम् ।तदर्धं स्फुटमायुः स्यादष्टवर्गभवं नृणाम् ॥४॥ N/A References : N/A Last Updated : July 26, 2011 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP