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रामधारी सिंह "दिनकर"
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - कथावस्तु
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग १
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग २
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ३
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ४
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ५
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ६
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ७
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग १
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग २
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ३
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ४
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ५
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ६
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ७
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ८
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ९
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग १०
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ११
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग १२
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग १३
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - तृतीय सर्ग - भाग १
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - तृतीय सर्ग - भाग २
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - तृतीय सर्ग - भाग ३
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - तृतीय सर्ग - भाग ४
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रश्मिरथी - तृतीय सर्ग - भाग ५
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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रामधारी सिंह "दिनकर" - परिचय
राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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परिमल
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’ - प्रेयसी
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’ - मित्र के प्रति
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’ - बादल राग १
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’ - बादल राग २
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’ - बादल राग ३
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’ - बादल राग ४
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’ - बादल राग ५
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी ’निराला’ - बादल राग ६
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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सूर्यकांत त्रिपाठी - परिचय
सूर्यकांत त्रिपाठी की रचनाये मनको छू लेती है।
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मयूर भरत्सार - आदिपर्व
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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आदिपर्व - भीष्मद्रोणसमागम
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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आदिपर्व - बकासुरवध पूर्वार्ध
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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आदिपर्व - बकासुरवध उत्तरार्ध
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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आदिपर्व - द्रौपदीस्वयंवर
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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मयूर भरत्सार - सभापर्व
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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सभापर्व - राजसूय यज्ञ
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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सभापर्व - शिशुपालवध
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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सभापर्व - दुर्योधनाचा द्यूतनिश्चय
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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मयूर भरत्सार - वनपर्व
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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वनपर्व - द्रौपदीविलाप
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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वनपर्व - किरातार्जुनयुद्ध
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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वनपर्व - अर्जुनविलोभन
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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वनपर्व - नलदमयंतीवियोग
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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वनपर्व - यक्षप्रश्न
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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मयूर भरत्सार - विराटपर्व
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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विराटपर्व - कीचकवध
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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विराटपर्व - विराटभ्रमनिरास
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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विराटपर्व - अभिमन्यु विवाह
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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मयूर भरत्सार - उद्योगपर्व
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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उद्योगपर्व - अर्जुनविजय
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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उद्योगपर्व - धर्मराजाची सामेच्छा
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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उद्योगपर्व - कर्णभेदप्रयत्न पूर्वार्ध
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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उद्योगपर्व - कर्णभेदप्रयत्न उत्तरार्ध
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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उद्योगपर्व - भीष्मप्रतिज्ञा
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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मयूर भरत्सार
मयूर भरत्सार काव्यात महाभारतातील प्रसंगांचे अति सुंदर वर्णन केलेले आहे.
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यशवंतराय महाकाव्य
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - अनुक्रमणिका
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग पहिला
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग दुसरा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग तिसरा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग चवथा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग पाचवा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग सहावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग सातवा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग आठवा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग नववा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग दहावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग अकरावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग बारावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग तेरावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग चौदावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग पंधरावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग सोळावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग सतरावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग अठरावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग एकोणिसावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग विसावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग एकविसावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग बाविसावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग तेविसावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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यशवंतराय महाकाव्य - सर्ग चोविसावा
श्री. वासुदेव वामन शास्त्री खरे यांनीं रचिलेंले.
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आम्बराई
कवी ’ गिरीश ’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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अनुक्रमणिका
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार १ ला - हितगुज
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार २ रा - बापाचे हृदय
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार ३ रा - शुभमंगल
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार ४ था - काब्यात्म जीवन
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार ५ वा - कडाका !
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार ६ वा - शपथ
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार ७ वा - शापवाणि
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार ८ वा - प्रीतीसाठी
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार ९ वा - कसोटी
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार १० वा - सुखस्मृति
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार ११ वा - सहभावनेचें तारायन्त्र
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार १२ वा - रुग्णालयांत
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार १३ वा - स्वार्थत्याग
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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बहार १४ वा - नवें जिणें
कवी ’गिरीश’ यांचा ग्रामीण जीवनावरील काव्यसंग्रह.
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नव कवी
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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सदानंद डबीर - उठतील चार रेषा वार्यावरी...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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अविनाश पाटील - माझ्या घरासमोर उठला आहे ए...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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सर्वेश्वरदयाल सक्सेना - संकटं झाकोळून येत आहेत अस...
अनुवादितएकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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प्रकाश बनसोड - घाम बापाचा ससा शेतीत जिरत...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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सचिन शिंदे - बांधावर उभं राहून शेतावर ...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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ओमप्रकाश सारस्वत - राहू दे ही अशीच गहन गोपनी...
अनुवादितएकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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डॉ. अनुजा जोशी - तो उतरतो आईचा हात घट्ट धर...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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मनीषा वाणी - बरं झालं देवा, दिली एक कन...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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कुमारेंद्र पारसनाथ सिंह - ती नाहतेय चमकत्या उन्हात ...
अनुवादितएकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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विश्वास गांगुर्डे - हा महासागर... सरितेची सा...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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विजय माळी - घामास भाव माझ्या कवडीदरात...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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हरिश्चंद्र पाटील - ‘ बायकूला आखिरपत्तोर साथ ...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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पूर्वी म्हाळगी - बदलत्या ऋतूमधला पहिला मोग...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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अरुण कटारे - कोण कसे अन् कोण कसे हे ओळ...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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डी. के. शेख - मी बोलत असतो सतत माझ्या क...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
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बालकवी - अप्रकाशित कविता
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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माझा महाराष्ट्र - महाराष्ट्र जय महाराष्ट्र ...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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हे तासाचे तास - हे तासाचे तास निघुनिया जा...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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घडयाळांतला चिमणा काटा - घडयाळांतला चिमणा काटा टिक...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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चंद्रकलेच्या भंवती अवती - चंद्रकलेच्या भंवती मेघमाल...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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काव्यदेवतेस - जगन्मंगले काव्यदेवते जडात...
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कृतान्त - चराचरामधि बसुन हालवीं अखि...
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विश्वर्दर्शन - विश्वर्दर्शनीं जीव उचमलें...
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गगनीं तारा - गगनीं तारा उदय पावल्या, स...
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होता दुर्बल एक जीव - होता दुर्बल एक् जीव अगदीं...
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हिरवाळ गडे ही हिरवी - हिरवाळ गडे हिरवी, आकाश डौ...
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छोटया बालकास - ऊन पाऊस ऊन बाई ऊन पाऊस ऊन...
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आशा - गेलें सुंदर इंद्रचाप विरु...
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तापल्या जिवाला कोण देइना ताप ? - मम विशीर्ण गीता ! पाठवुं ...
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श्री मानवता - ग्रंथारंभीं नमन देवते श्र...
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बालकवी
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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बालकवी - परिचय
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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आनंदी आनंद - आनंदी - आनंद गडे इकडे, ति...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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अरुण - पूर्व समुद्रीं छटा पसरली ...
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निर्झरास - गिरिशिखरें, वनमालाही दरीद...
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मधुयामिनी - मधुयामिनि नील - लता हो गग...
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संध्यारजनी - अस्तगिरीच्या अभिनव कुंजीं...
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फुलराणी - हिरवे हिरवेगार गालिचे - ह...
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मंगलमय प्रेमकवन - सृष्टि निमाली स्वर्गहि नु...
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तारकांचें गाणें - कुणि नाहीं ग, कुणि नाहीं ...
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संध्यातारक - दिनरजनींच्या हृदयावरलें प...
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संध्यातारक - दिनरजनीच्या हृदयाबरलें प्...
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श्रावणमास - श्रावणमासीं हर्ष मानसीं ह...
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फूलपांखरूं फुलवेली - ‘हें फूल या उडत्या स्वर्ग...
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बाल विहग - सांज खुले सोन्याहुनि पिवळ...
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तडाग असतों तर - विमळ चंद्रिका क्षितिजावरत...
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माझा लहानसा बाग
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तृणपुष्प - मनोवेधका सृष्टिसतीच्या अग...
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आनंदी पक्षी - केव्हां मारुनि उंच भरारी ...
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सुकलेलीं फुलें
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पांखरास - पांखरा, गाइलें तुला कधींह...
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अप्सरांचें गाणें - सुमनांच्या गर्भामाजीं । र...
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दीपशिखा - दीपशिखे, फडफडतेसी । कां म...
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वनमुकुंद - निंब जांब जांभळ शेंदरी । ...
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आवाहन - श्रमलें दमलें वणवण फिरूनी...
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सुक्रोदय - सौंदर्यॆ शब्दातीत - स्वर्...
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अनंत - अनंत तारा नक्षत्रें हीं, ...
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भ्रमर आणि कवि - सखया भ्रमरा सदैव तूं कमला...
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शारदीय सौंदर्यदेवता - प्रभातकालीं काव्यतारका सो...
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बाळें तीं खेळत होतीं - स्वर्गाच्या तेजोगर्भी । ब...
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कवि बाळें - स्वर्गाच्या तेजोगर्भीं । ...
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सृष्टीच्या गायकास - गा, गा, गा विहगा गीतें, ट...
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संतांचा अनुवाद - देऊळींचा देव मेला । विश्व...
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धर्मवीर - आद्य ऋषींनीं जी केली । ते...
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यमाचे दूत - बोलवितात । विक्राळ यमाचे ...
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शून्य - अंत:शक्ती प्रगट जाहली, द्...
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दुबळें तारुं - कसें हाकारूं । शीडाविण दु...
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भरलें घर ओकें ओकें - भरलें घर ओकें ओकें । मज न...
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ओंवाळणि घाली भाई - सुखशयनीं मी निजलें होतें ...
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कवि - वेडा झाला, म्हणा हवें तर ...
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कवीची इच्छा - तुला बघावें गुंगावें । गु...
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काव्याची कल्पना - वस्तुवस्तुमधिं काव्य विलस...
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शारदेस - प्रिय कविते अमरसुते तेजाच...
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माझें गाणें - माझें गाणें, एकच माझें नि...
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कवीचें अंतरंग - सख्या वाचका गीत कवीचें ऐक...
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काळाचे लेख - ब्रम्हांडावरि नित्य नूतन ...
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सुभाषित - वेळी डोलत, वृक्ष हस्त पसर...
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प्रेमलेख - मेधाचें करिं भूर्जपत्र धर...
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सौंदर्याचा अभ्यास कर ! - गाणें हें रचिलें असे जुळव...
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ज्योत - व्योमीं पाहुनि अरुणातें ।...
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दोष व प्रीति - दोष असती जगतांत किती याचे...
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बीज - आहे बीज म्हणोनि आज तुजला ...
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निजलेल्या मुलास - ऊठ मुला
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वसंत - वसंत आला । बाळा तुज रंजवि...
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अंगाई गीत १ - बोल बाई बोल ग । तुझ्या बो...
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चांदोबा मजला देई - आई आई । चांदोबा मजला देई....
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रागोवा आला - १ रागोबा आला, आला, गडे आम...
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चिमणूताई - चिव् चिव् चिव् चिव् ग...
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वनमाला - काव्यरसाच्या गुंगींत कधि...
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घोडा घोडा - घोडा घोडा खेळु चला रे । म...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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माधा भाऊ - पाहत लाहूं - गोदिला ग माध...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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माझा भारत - अंधारामधुनी प्रकाशकिरणें ...
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पाळणा
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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भिकारी - किनरीवाला दारांत भिकारी आ...
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गवताचें गाणें - परस्पराकंठीं हात घालुनिया...
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जीर्ण दुर्ग - दुर्ग भयंकर जीर्ण पसरला प...
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जादुगारीण - दे दे सोडुनि ही लाज गडे, ...
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तूं तर चाफेकळी - ‘गर्द सभोंतीं रान साजणी त...
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प्रेमाचा पहिला भास - जरि धूप जळत अनलांत । वार्...
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बैष्णव धर्म - विष्णुमय जग वैष्णवांचा धर...
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पाऊस - थबथबली, ओथंबुनि खालीं आली...
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तेजोवीणेची रागदारी - निजला होता क्षीरसागरीं पर...
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दुबळी भूल - जळ काळें काळें हंसें भयान...
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उदासीनता - कोठुनि येते मला कळेना उदा...
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भटकणें - सर्व जगानें मला टाकिलें म...
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निराशा - रात्र संपली, दिवसहि गेले,...
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पारवा - भिंत खचली, कलथून खांब गेल...
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खेडयांतील रात्र - त्या उजाड माळावरती बुरुजा...
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प्रतापसिंह - हा अंत:कलहाग्नि घोर पडला,...
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- ला - दुर्धर करुणा तीव्र वेदना ...
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कवीची इच्छा - जगाचे बंध कोणाला - जगाला ...
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दौलतरावांची मंजुळा - नाकीं डोळीं चित्र बाहुली ...
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मोहिनी - या शुभ्र विरल अभ्रांचें ।...
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शाहीर - शूर वीर सरदार मराठी मानकर...
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वीर मराठा - उग्र कडेच्या कडे तोडुनी व...
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वीरगडी - ‘या घुमत्या,’ रात्रीचा वा...
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रणघोष - अरिसैन्याचा अफाट सागर, त्...
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नि:श्वास - हे सौंदर्यध्वंसी काला । भ...
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मूढ मालती - प्रेमर्तूच्या मरुदगणांची ...
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हृदयाची गुंतगुंत - हृदयाची गुंतागुंत कशी उकल...
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मेघांचा कापूस - फिकट निळीनें रंगविलेला का...
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थडग्यांतील रमणी - होतें एक असें जुनाट थडगें...
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औदुंबर - ऐल तटावर पैल तटावर हिरवाळ...
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रजनीस आवाहन - ये, ये, ये आई, ये बाई, रज...
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शून्य मनाचा घुमट - शून्य मनाच्या घुमटांत कसल...
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राष्ट्रसेवा - मना दैन्य दौर्बल्य हें पा...
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विश्वाचा प्रवास - अव्यक्तांतिल दूरदूरच्या श...
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राष्ट्रगायित्री - नमो श्रीराष्ट्रगायित्री ।...
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आर्यांची अवनति - हमालांचें जरि राष्ट्र असे...
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नीति व अनीति - नीति व्यर्थ कल्पना धर्माध...
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संशय - मृत्यू येइल जेधवां पसरुनि...
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रजनीस (आवाहन) - ये, ये, ये आई, ये बाई, &n...
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गाण्याची चढली कमान - - गाण्याची चढली कमान, नयनीं...
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भारद्वाजास - भारद्वाजा; विहगा माझ्या, ...
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अश्रुमाळ - ही अश्रूंची अखंड माला । म...
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नि:श्वास (?) - हेहचिंतनीं जीव जाळुनि हा ...
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संशय - शब्दज्ञान असें कधींच न चि...
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जिज्ञासु - हे योगीशा, मोहमूढ मी नर द...
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दंवबिंदु - पाहुनी सखी सृष्टीला प्रेम...
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कवीचें स्वप्न - झोंप येते निद्रिस्त विश्व...
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प्रेमाचें अल्लडतेचें चित्र - चंद्रकला जलदामधुनी - धांव...
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वत्सलता - वत्सलतेनें चिमण्या बाळा त...
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अतृप्ति - पांव्याच्या गोड सुरांत । ...
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संक्रांत - नाना उत्सव मन्मना रिझविती...
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लहान मुलास उपदेश - कौमारप्राप्ती तुज होत बाल...
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आनंदी - प्रवासी
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माझें गाणें - एक सदा मज हें गाणें, गुंग...
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छोटया बालकास - ऊन पाऊस ऊन बाई ऊन पाऊस ऊन...
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दोन फुलें - हीं कालाचीं दोन फुले दों ...
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जीवित संशय जिकडे तिकडे - जीवित संशय जिकडे तिकडे जी...
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आत्मविश्वास - कां मग खंती - जग सगळें मा...
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पंथ - मन्मना जगाचा पंथ तुझा नच ...
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क्षय - हा शोक उगाच कशाला, क्षयरो...
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निराशेचें गीत - द्या आशेचा एकचि तंतू मजला...
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काय असे संसारांत ? - आशा सरली, प्रीति निमाली, ...
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हरिण आणि गायन - कुरण वायुशीं मंद डोलतें ह...
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दु:खी भावाची बीज - आली भाऊबिज म्हणुनिया हर्ष...
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माझें दिव्य - बाहय जगांतुनि दिव्य रसाचा...
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काय करूं ? - काय करूं विठठला - कथी मज ...
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दिव्य - रात्र काळी, आकाश कृष्णवर्...
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कवितेस - १ मत्काव्यदेवते येईं तळम...
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गाणार्या पक्ष्यास - समय रात्रीचा कोण हा भयाण ...
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लतिका - मुरडितसा नाकें आज पाहोनी ...
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शीतल जग - शीतल हें जग झालें - उष्ण ...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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प्रेमदेवता - मी रमल्यें बाई प्रेमदेवते...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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जग - तूं तर मित्र जगाचा - कां ...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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पक्ष्यांचें गाणें - प्रणयमंजुषा उषा उदेली. दि...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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बालकवींची पहिली कविता - निंब, जांब, जांभूळ, शेंदर...
बालकवी ऊर्फ त्र्यंबक बापूजी ठोंबरे (इ.स. १८९०-इ.स. १९१८) यांचा मराठीतील सर्वश्रेष्ठ निसर्गकवी म्हणून यथार्थ गौरव केला जातो.
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लघु आत्मकथन
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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लघु आत्मकथन - मंगलाचरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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पिंड ब्रह्मांड निवारण - प्रथम पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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पिंड ब्रह्मांड निवारण - द्वितिय पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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पिंड ब्रह्मांड निवारण - त्रितिय पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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पिंड ब्रह्मांड निवारण - चतुर्थ पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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पिंड ब्रह्मांड निवारण - पंचम पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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पिंड ब्रह्मांड निवारण - षष्टम पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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पिंड ब्रह्मांड निवारण - सप्तम पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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अभंग संग्रह
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग १ ते १०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ११ ते २०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग २१ ते ३०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ३१ ते ४०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ४१ ते ५०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ४१ ते ५०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ५१ ते ६०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ६१ ते ७०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ७१ ते ८०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ८१ ते ९०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग ९१ ते १००
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला. N/A
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अभंग १०१ ते ११०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग १११ ते १२०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग १२१ ते १३०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग १३१ ते १३९
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री जगदंबेचे अभंग - अभंग १४० ते १४३
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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संतसंगाच्या महिमेचा अभंग - अभंग १४४
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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शिष्याकरितां केलेला अभंग - अभंग १४५
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला. अभंग
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - प्रथम प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - द्वितीय प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - तृतीय प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - चतुर्थ प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - पंचम प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - षष्ठ प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - सप्तम प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - अष्टम प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुबोध ग्रंथ - नवम प्रकरण
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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कवी बांदरकर
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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श्री मुकुंदराज बांदकरकृत पदें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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स्फूट पदें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीनरहरिरायाचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीशांतादुर्गेचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीवेंकटेशाचीं पदें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीदामोदराचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीमन्नागेशाचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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शांतादुर्गेचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीमल्लिकेशाचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीबजरंगबलीचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीमदिदिंराकांत पदे
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीकमलानाथतीर्थ पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीकृष्ण महाराज बांदकर
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री रवळनाथाचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीमदनंताची आरती
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीलक्ष्मीनारायणदेवाचा झुला
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगणपतीचीं पदें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीरामाचीं पदें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अथ स्वात्मतत्त्वामृतशतकम्
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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श्री गणपतीचीं पदें - पदे १ ते १२
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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विष्णु महाराज सोमण यांचीं पदें - पदे १३ ते २९
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाले.
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श्री रामाचीं पदें - पदे ३० ते ४०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री रामाचीं पदें - पदे ४१ ते ५०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री रामाचीं पदें - पदे ५१ ते ६०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री रामाचीं पदें - पदे ६१ ते ७०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री रामाचीं पदें - पदे ७१ ते ८०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री रामाचीं पदें - पदे ८१ ते ९०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री रामाचीं पदें - पदे ९१ ते ९६
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री मारुतीचीं पदें - पदे ९७ ते १०९
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री दत्तात्रेयाचीं पदें - पदे ११० ते १२०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री दत्तात्रेयाचीं पदें - पदे १२१ ते १३३
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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साधनोपदेशपर पदें - पदे १३४ ते १४०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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साधनोपदेशपर पदें - पदे १४१ ते १५०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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साधनोपदेशपर पदें - पदे १५१ ते १६२
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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संत लक्षण पदें - पदे १६३ ते १६४
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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प्रार्थनापर पदें - पदे १६५ ते १७०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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प्रार्थनापर पदें - पदे १७१ ते १८०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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प्रार्थनापर पदें - पदे १८१ ते १९०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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प्रार्थनापर पदें - पदे १९१ ते २००
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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प्रार्थनापर पदें - पदे २०१ ते २१२
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री दामोदराचीं पदें - पदे २१३ ते २२०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री दामोदराचीं पदें - पदे २२१ ते २२६
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री नागेशाचीं पदें - पदे २२७ ते २३८
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री लक्ष्मीव्यंकटेशांचीं पदें - पदे २३९ ते २५३
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री लक्ष्मी नृसिंहाचीं पदें - पदे २५४ ते २६८
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री नृहसिंहाचीं पदें - पदे २६९ ते २८१
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीकामाक्षेचीं पदें - पदे २८२ ते २८८
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री कपिलेश्वराचीं पदें - पदे २८९ ते २९२
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री जगदंबेचीं पदें - पदे २९३ ते २९५
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री नारसिंहाचीं पदें - पदे २९६ ते २९८
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री नवदुर्गेचीं पदें - पदे २९९ ते ३००
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री चंद्रेश्वराचीं पदें - पदे ३०१ ते ३०३
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री मंगेशाचें पद - पद ३०४ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री बिंदुमाधवाचें पद - पद ३०५ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री शांतादुर्गेचें पद - पद ३०६ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला. N/A
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श्री विजयादुर्गेचें पद - पद ३०७ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री महालसेचीं पदें - पदे ३०८ ते ३०९
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री महालक्ष्मीचें पद - पद ३१० वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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उपदेशपर संवाद पदें - पदे ३११ ते ३१६
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री विरविठ्ठलाचीं पदें - पदे ३१७ ते ३२१
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री पांडुरंगाचीं पदें - पदे ३२२ ते ३२५
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री रामनाथाचीं पदें - पदे ३२६ ते ३३०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री मदनंताचीं पदें - पदे ३३१ ते ३४४
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री लक्ष्मी नारायणाचीं पदें - पदे ३४५ ते ३४९
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री पूर्णप्रज्ञतीर्थ स्वामीचें पद - पद ३५० वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री पद्मनाभतीर्थ स्वामीचीं पदें - पदे ३५१ ते ३५३
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री इंदिराकांततीर्थ स्वामीचीं पदें - पदे ३५४ ते ३५५
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री नरहरितीर्थंचीं पदें - पदे ३५६ ते ३५७
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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बाल्या-वस्थेंतील पद - पद ३५८ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीशितलादेवीचें पद - पद ३५९ वें
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीषष्टीचीं पदें - पदे ३६० ते ३६१
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री देवकीकृष्णाचीं पदें - पदे ३६२ ते ३६३
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला. N/A
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उपदेशपर व इतर पदे - पदे ३६४ ते ३७०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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बोरीकर यांजवरील पदे - पदे ३७१ ते ३७४
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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गवळण काल्यांतील पदें - पदे ३७५ ते ३८०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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गवळण काल्यांतील पदें - पदे ३८१ ते ३८५
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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गवळण काल्यांतील पदें - पदे ३८६ ते ३९०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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गवळण काल्यांतील पदें - पदे ३९१ ते ३९५
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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गवळण काल्यांतील पदें - पदे ३९६ ते ४००
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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गवळण काल्यांतील पदें - पदे ४०१ ते ४०५
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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गवळण काल्यांतील पदें - पदे ४०६ ते ४१०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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गवळण काल्यांतील पदें - पदे ४११ ते ४१२
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री राघवाष्टक
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पतीनपावनराम’ श्लोकाष्टक
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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‘जानकीजीवनराम’ मंत्रार्याष्टक
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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‘राजीवनयनराम’ श्लोकष्टक
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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‘आनंदघनराम’ मंत्रार्या
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री ‘सीताराम’ मंत्र श्लोक
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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अभंग
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री आर्या
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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शेवटचें पद
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पवित्र उपदेश
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पवित्र उपदेश - श्लोक १ ते १०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पवित्र उपदेश - श्लोक ११ ते २०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पवित्र उपदेश - श्लोक २१ ते ३०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पवित्र उपदेश - श्लोक ३१ ते ४०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पवित्र उपदेश - श्लोक ४१ ते ५०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पवित्र उपदेश - श्लोक ५१ ते ६०
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पवित्र उपदेश - श्लोक ६१ ते ६९
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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भक्तांनीं केलेल्या कविता - श्रीसद्गुर्वष्टकम्
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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भक्तांनीं केलेल्या कविता - मत्सद्गुर्वष्टकं
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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भक्तांनीं केलेल्या कविता - इत्यंष्टकं
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्रीगुरुकृपाष्टक
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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पदे १ ते ७
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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श्री सद्गुरुची आरती
श्रीकृष्ण बांदकर महाराजांचा जन्म शके १७६६ क्रोधीनाम संवत्सरात आषाढ शुद्ध ११ एकादशीच्या महापर्वणीस झाला.
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केशव दत्त
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १ ला
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय २ रा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय ३ रा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय ४ था
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय ५ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय ६ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय ७ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय ८ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय ९ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १० वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय ११ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १२ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १३ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १४ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १५ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १६ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १७ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १८ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय १९ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय २० वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय २१ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय २२ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय २३ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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भगवान गोपालकृष्ण - अध्याय २४ वा
प्राचीन कवी केशवदत्त यांनी ’ गोपाल कृष्ण ’ हे उत्तम काव्य रचले आहे.
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केशवसुत
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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प्रियेचें ध्यान
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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सृष्टि आणि कवि
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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कविता आणि कवि
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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अढळ सौंदर्य
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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अपरकविता दैवत
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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दुर्मुखलेला
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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एका भारतीयाचे उद्गार
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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एक खेडें
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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मित्राचि खोली
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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गोष्टी घराकडील
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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मुळामुठेच्या तीरावर
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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एका तरुणीस
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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ईश्वराचा ग्रंथ
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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पहिला प्रश्न
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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रा. वा. ब. पटवर्धन
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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जग
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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प्रियेचें सौंदर्य
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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प्रीति
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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समृद्धि आणि प्रीति
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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मजुरावर उपासमारीची पाळी
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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प्रयाणगीत
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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विकसन
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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पुष्पाप्रत
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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प्रत
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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माझा अन्त
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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कविता आणि प्रीति
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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स्वप्न
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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सृष्टि, तत्त्व आणि दिव्यद्दष्टि
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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स्वर्ग, पृथ्वी आणि मनुष्प
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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सिंहावलोकन
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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दिव्य ठिणगी
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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पुष्पमाला
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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भृंग
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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प्रीतीची भाषा
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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कल्पकता
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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रूढि-सृष्टि-कलि
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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कवि
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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फुलांची पखरण
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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पुष्पाप्रत
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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फूलपांखरू
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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शब्दांनो ! मागुते या !
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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दिवा आणि तारा
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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‘ पण लक्षांत कोण घेतो ?’ च्या कर्त्यास
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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मयूरासन आणि ताजमहाल
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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चिरवियुक्ताचा उद्गार
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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संध्याकाळ
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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आहे जीवित काय ?
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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भास
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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तुतारी
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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झपूर्झा
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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थकलेल्या भटकणाराचें गाणें
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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प्रीति आणि तूं
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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कवितेचें प्रयोजन
केशवसुतांच्या काव्यांवर क्रांतिकारक विचारांचा, स्वातंत्र्यवादाचा, मानवधर्माचा आणि आत्मनिष्ठेचा प्रभाव आहे.
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