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रघुनाथ पंडित
रघुनाथ पंडित यांच्या काव्यात इतके माधुर्य व इतका रस आहे की, ते आरंभापासून शेवटापर्यंत वाचल्यावाचून मनाची तृप्ति होत नाही व एकदा वाचले म्हणजे पुनः वाचावेसे वाटते.
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रघुनाथ पंडित - रामदास- वर्णन
रघुनाथ पंडित यांच्या काव्यात इतके माधुर्य व इतका रस आहे की, ते आरंभापासून शेवटापर्यंत वाचल्यावाचून मनाची तृप्ति होत नाही व एकदा वाचले म्हणजे पुनः वाचावेसे वाटते.
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रघुनाथ पंडित - गजेंद्र मोक्ष
रघुनाथ पंडित यांच्या काव्यात इतके माधुर्य व इतका रस आहे की, ते आरंभापासून शेवटापर्यंत वाचल्यावाचून मनाची तृप्ति होत नाही व एकदा वाचले म्हणजे पुनः वाचावेसे वाटते.
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वामन पंडित - श्रीहरिगीता
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: INDEX | Rank: 5.83086 | Lang: NA
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वामन पंडित - राजयोग
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
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वामन पंडित - कंसवध
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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विजयालक्ष्मी पंडित
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 4.167655 | Lang: NA
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वामन पंडित - विश्वास वध
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - रामजन्म
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - रुक्मिणी विलास
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - वेणुसुधा
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - भरत भाव
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - चरमगुरुमंजरी.
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - चित्सुधा
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - अहिल्योद्धार
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - लोपामुद्रा संवाद
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - गीतार्णव
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - वेणुसुधा - प्रसंग २
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - शुकाष्टक
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - स्फूटश्लोक
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - गजेंद्र मोक्ष
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - नाम सुधा
’नाम सुधा’ काव्यात वामनपंडितांनी नामाचे माहात्म्य अतिसुंदर भावपूर्णतेने वर्णन केले आहे.
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वामन पंडित - वेणुसुधा - प्रसंग १
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - वेणुसुधा - प्रसंग ३
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - ब्रम्हस्तुति
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - यज्ञपत्न्याख्यान
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - सीता स्वयंवर
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 4.15903 | Lang: NA
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वामन पंडित - दंपत्य चरित्र
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 4.15903 | Lang: NA
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वामन पंडित - वामनचरित्र
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 4.15903 | Lang: NA
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वामन पंडित - भागवत रामायण
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - भागवत रामायण - अध्याय ३
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
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वामन पंडित - कर्मतत्व
'कर्मतत्व' काव्यात वामनपंडितांनी कर्माचे महत्व भावपूर्णतेने सांगितले आहे.
Type: INDEX | Rank: 3.905128 | Lang: NA
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वामन पंडित - भागवत रामायण - अध्याय २
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 3.905128 | Lang: NA
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वामन पंडित - भागवत रामायण - अध्याय १
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 3.905128 | Lang: NA
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वामन पंडित - साम्राज्यवामनटीका
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
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विजयलक्ष्मी पंडित
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 3.809575 | Lang: NA
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वामन पंडित
वामन पंडितांच्या काव्य रचना म्हणजे मराठी काव्य प्रकारातील मैलाचे दगड होत.
Type: INDEX | Rank: 3.651225 | Lang: NA
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वामन पंडित - अनुभूतिलेश
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: INDEX | Rank: 2.87163 | Lang: NA
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वामन पंडित - रुक्मिणी पत्रिका
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 2.841223 | Lang: NA
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वामन पंडित - भामाविलास
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 2.841223 | Lang: NA
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भजन - पंडित राम मिलै सो कीजै । ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
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प्रसंग आठवा - वेदांती पंडित
श्री संत शेख महंमद ( १५६०-१६५०) महाराष्ट्रातील वारकरी संप्रदायातील संत होते त्यांचे मुळ गाव श्रीगोंदा, जि अहमदनगर. शेख महंमदाना महाराष्ट्रात कबीराचा अवतार म्हणून ओळखले जाते.
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पंडित काका धनागरे महाराज
दत्त संप्रदायातील सत्पुरूष
Type: PAGE | Rank: 2.663923 | Lang: NA
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वामन पंडित - द्वारकाविजय
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: INDEX | Rank: 2.58732 | Lang: NA
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दमयंती स्वयंवर - पृष्ठ २४
रघुनाथ पंडित यांच्या काव्यात इतके माधुर्य व इतका रस आहे की, ते आरंभापासून शेवटापर्यंत वाचल्यावाचून मनाची तृप्ति होत नाही व एकदा वाचले म्हणजे पुनः वाचावेसे वाटते.
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वामनपंडित कृत स्फुट काव्यें
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते.
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विजयलक्ष्मी नेहरू पंडित
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.502715 | Lang: NA
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विजय लक्ष्मी पंडित
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.502715 | Lang: NA
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दमयंती स्वयंवर - पृष्ठ २०
रघुनाथ पंडित यांच्या काव्यात इतके माधुर्य व इतका रस आहे की, ते आरंभापासून शेवटापर्यंत वाचल्यावाचून मनाची तृप्ति होत नाही व एकदा वाचले म्हणजे पुनः वाचावेसे वाटते.
Type: PAGE | Rank: 1.471811 | Lang: NA
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दमयंती स्वयंवर - पृष्ठ १२
रघुनाथ पंडित यांच्या काव्यात इतके माधुर्य व इतका रस आहे की, ते आरंभापासून शेवटापर्यंत वाचल्यावाचून मनाची तृप्ति होत नाही व एकदा वाचले म्हणजे पुनः वाचावेसे वाटते.
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