जिसके जन्मसमयमें राहु चन्द्रमासे प्रथम दशम, तृतीय, नवम इन स्थानोमें स्थित हो वह राजा होता है और वृद्धावस्थामें अधिक धनी होता है ॥१॥
जिसके राहु चन्द्रमासे चौथे, सातवें स्थित हो तो उसके माता पिता दुःखी और सदा सुखहीन मनुष्य होता है ॥३॥
जिसका राहु चन्द्रमासे दूसरे ग्यारहवें स्थित हो वह धन और मान करके हीन तथा स्वप्नमें भी सुख न पानेवाला होता है ॥४॥
जिसके राहु चन्द्रमासे पंचम स्थित होवे तो उसको जलसे मृत्यु कहे और पद पदमें आपदा भोगनेवाला होता है ॥५॥
इति राहुभावफलम् ॥