नंदा, भद्रा, जया, रिक्ता और पूर्णा ये पांच तिथियें क्रमानुसार प्रतिपदासे तीन वार गणना करनेपर होती हैं. यथा १ । ६ । ११ को नंदा, २ । ७ । १२ को भद्रा, ३ । ८ ॥ १३ को जया, ४ । ९ । १४ को रिक्ता और ५ । १० । १५ को पृर्णा तिथि जानो ॥१७॥
नंदादितिथिफल
नंदातिथिमें जन्म लेनेवाला मनुष्य बडे मानवाला, पंडित, देवताओंकी भक्तिमें निष्ठावाला, ज्ञानवान् और प्यारा होता है ॥१॥
भद्रा तिथिमें जन्म लेनेवाला मनुष्य बंधुसे मान्य, राजसेवी, धनवान्, संसारके भय ( मृत्यु ) से डरनेवाला और परमार्थी होता है ॥२॥
जया तिथिमें जन्म लेनेवाला मनुष्य राजासे पूज्य, पुत्र, पौत्र आदिसे युक्त, शूरवीर, शांतस्वभाववाला, चिरंजीवी और दूसरोंके मनको जाननेवाला होताहै ॥३॥
रिक्ततिथिमें उत्पन्न हुआ मनुष्य तर्कवितर्कका ज्ञाता, विना विचारे काम करनेवाला गुरुनिंदक, शास्त्रज्ञ और कामी होता है ॥४॥
जिसका पूर्णातिथिमें जन्म होता है वह धन वेदशास्त्रार्थके तत्त्वका ज्ञाता, सत्यवक्ता, सुचित्तवाला और विज्ञ होताहै ॥५॥