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अध्याय १ - वारफल

मानसागरी - अध्याय १ - वारफल

सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.

The horoscope is a stylized map of the planets including sun and moon over a specific location at a particular moment in time, in the sky.


रविवारके दिन जिसका जन्म होता है उसको पहिले मासमें पीडा हो और बत्तीसवें और तेरहवें छठवें वर्षमें भी पीडा होकर साठ वर्ष जीवे ॥१॥

जिसका सोमवारके दिन जन्म हो उसको ग्यारहवें, आठवें और सोलहवें महीने तथा सत्ताईसवें वर्षमें पीडा होकर चौरासी वर्ष जीवे ॥२॥

जिसका मंगलके दिन जन्म हो उसको बत्तीसवें और दूसरे वर्षमें पीडा हो और सदाही रोगी रहताहुआ चौहत्तर वर्ष जीवे ॥३॥

जिसका बुधवारके दिन जन्म हो उसको आठवें महीना आठवें ही वर्षमें पीडा होकर चौसठ वर्ष जीवे ॥४॥

जिसका बृहस्पतिके दिन जन्म हो उसकी सातवें, सोलहवें या तेरहवें महीनेमे पीडा होकर चौरासी वर्ष जीवे ॥५॥

जिसका शुक्रवारके दिनमें जन्म हो उसको रोग नहीं होता और निश्चय करके पूरे साठ वर्षमें मरे ॥६॥

जिसका शनिवारका जन्म हो उसको पहिले महीना और तेरहवें वर्षमें पीडा हो फिर पुष्ठदेह होकर सौवर्ष जीवे ॥७॥

इति वारायुः ॥

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Last Updated : January 22, 2014

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