-
मकरंद शांताराम - अजूनही मज आठवते ते गावाक...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 3.060112 | Lang: NA
-
नवनाथ माझिरे - ती शाळेकडची चिंच अजूनही त...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 3.053662 | Lang: NA
-
still
Meanings: 35; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.1747752 | Lang: NA
-
बालगीत - उठा उठा चिऊताई सारीक...
बालगीत हे लहान मुलांचे शब्दभांडार समृद्ध करण्यासाठी रचलेले गद्य अथवा पद्यात्मक काव्य होय.
Balgeet is a traditional or composed song or poem taught to children for development of vocabulary.
Type: PAGE | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
खालच्या वर्गाचा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
कांडणयंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
कातणे
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
अवलंबणे
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
अवलंबून असणे
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
केंद्रीय दक्षता आयुक्त
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
पारलौकिक ज्ञान
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
पीडीत वर्ग
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
देखणेपणा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
पंचाहत्तर
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
साखरझोप
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
शिवलेला
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.051601 | Lang: NA
-
झाडफूक
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04515088 | Lang: NA
-
पक्ष्याचे मांस
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04515088 | Lang: NA
-
तुरेदार
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04515088 | Lang: NA
-
नशीबाने
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03870075 | Lang: NA
-
सलणे
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.03870075 | Lang: NA
-
कल्की
Meanings: 4; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.03225062 | Lang: NA
-
ओवी क्र. ६१ ते ६७
प्रस्तुत ओव्या वाचत असताना साधक एका वेगळ्याच अनुभवानं भारला जातो.
Type: PAGE | Rank: 0.02736556 | Lang: NA
-
अघोषित
Meanings: 4; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.0258005 | Lang: NA
-
मंडला
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.0258005 | Lang: NA
-
पार्किंग
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.0258005 | Lang: NA
-
शेती
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.0258005 | Lang: NA
-
ओवी क्र. ५१ ते ५५
प्रस्तुत ओव्या वाचत असताना साधक एका वेगळ्याच अनुभवानं भारला जातो.
Type: PAGE | Rank: 0.0258005 | Lang: NA
-
ओवी क्र. ३१ ते ४०
प्रस्तुत ओव्या वाचत असताना साधक एका वेगळ्याच अनुभवानं भारला जातो.
Type: PAGE | Rank: 0.02280463 | Lang: NA
-
विश्वास
नाट्यछटा हा साहित्यप्रकार मराठीत प्रथम ‘ दिवाकर ‘ यांनीच आणला. त्यांचे संपूर्ण नांव - शंकर काशीनाथ गर्गे ‘ मी...माझ्याशी ‘ ही दिवाकरांनी लिहून ठेवलेली आत्मसंवाद मालिका आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.02257544 | Lang: NA
-
बोकड
Meanings: 11; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.02257544 | Lang: NA
-
ब्रह्मराक्षस
Meanings: 6; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.02257544 | Lang: NA
-
ब्रह्मांड
Meanings: 8; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.02257544 | Lang: NA
-
भजन - राधिके ऐक जरा बाई । हरीचा...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
Type: PAGE | Rank: 0.02257544 | Lang: NA
-
डॉ. सुनील लोंढे - शहराच्या मध्यवर्ती ठिकाणी...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 0.01935038 | Lang: NA
-
माधव जूलियन - दग्धपक्ष पतङग
डॉ. माधव त्रिंबक पटवर्धन ऊर्फ माधव जूलियन, (जन्म २१ जानेवारी १८९४; मृत्यु २९ नोव्हेंबर १९३९) हे मराठी भाषेतील प्रतिथयश कवी होऊन गेले.
Type: PAGE | Rank: 0.01935038 | Lang: NA
-
दुर्भाग्य
Meanings: 12; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.01935038 | Lang: NA
-
रिक्षा
Meanings: 13; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.01935038 | Lang: NA
-
धडधडणे
Meanings: 5; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01935038 | Lang: NA
-
प्रज्ञा दया पवार - ’आठ मार्चच कशाला आता प्र...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
मीनाक्षी पाटोळे - आमच्या जुन्या पडक्या वाड्...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
हेमंत गोविंद जोगळेकर - मुलाला असतं कुतूहल, बाबां...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
बालगीत - इथे गांधीजी राहात होते अ...
महापुरुषांची चरित्रे स्फूर्तिदायक असतात. त्यांच्या उदात्त जीवनमूल्यांचे त्या चरित्रांतून आकलन होते. त्या विभूतींवरील कविता वाचून मनाला उभारी मिळते.
Type: PAGE | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
वसंत वाहोकार - कवितेच्या नादी लागून कुणी...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
आठवण
नाट्यछटा हा साहित्यप्रकार मराठीत प्रथम ‘ दिवाकर ‘ यांनीच आणला. त्यांचे संपूर्ण नांव - शंकर काशीनाथ गर्गे ‘ मी...माझ्याशी ‘ ही दिवाकरांनी लिहून ठेवलेली आत्मसंवाद मालिका आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
अस्वीकृत
Meanings: 16; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
उच्चारण
Meanings: 11; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
जीवन आनंदगावकर - रोज सकाळी तुझ्या माहेरच्य...
एकविसाव्या शतकात मानवाच्या वाट्याला आलेले एकाकीपण कित्येक कवींनी त्यांच्या एकेका कवितेने भरून काढले.
Type: PAGE | Rank: 0.01612531 | Lang: NA
-
प्रस्तावना.
ही प्रत नागोशी शिवनाथ तोतड्या वाशिष्ठगोत्री याने शके १६१६ भावनाम
संवत्सरी माघ वद्य ८ स गणेशभट हराळे या भिक्षुकाच्या वहीवरून उतरून घेतली.
Type: PAGE | Rank: 0.01290025 | Lang: NA
-
उत्प्रेक्षा अलंकार - लक्षण १५
रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01290025 | Lang: NA