Dictionaries | References

राजा बोलेल तो न्याय

   
Script: Devanagari

राजा बोलेल तो न्याय

   न्यायाच्या बाबतींत राजाचा शब्द ही अखेरची गोष्ट होय. त्या पलीकडे जातां येत नाहीं. राजा करील ती पूर्व. ( गु.) राजा बोले ते न्याव, ने पासो पडे ते दाव.

Related Words

राजा   न्याय   राजा बोलेल तो न्याय   न्याय कर्ता   न्याय समिति   न्याय खालामग्रा   फासा पडेल तो डाव आणि राजा बोलेल तो न्याव   न्याय दर्शन   न्याय समिती   न्याय विषयक   कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगू तेली   कुठे राजा भोज आणि कुठे गंगु तेली   चक्रवर्ती राजा   फांसा पडेल तो डाव, राजा बोलेल तो न्याव   राजा भोज   बोलेल तो करील काय, गर्जेल तो पडेल काय   जिकडे बळ, तिकडे न्याय   ज्‍याचे अंगी सामर्थ्य तो राजा   गर्जेल तो पडेल (वर्षेल) काय, बोलेल तो करील काय   जो तो आपापले घरचा राजा   न्याय शास्त्र   कागटाळी न्याय   न्याय सांगणें   घुगर्‍यांचा न्याय   फिरंगी न्याय   नीरक्षीर न्याय   खरे बोलेल तो उपाशी मरेल   खोटें बोलेल तो तीनदां जेवील   law   उफराटा न्याय   तो   न्यायी   अंधेर नगरी बेबंद राजा, अंधेर नगरी बेबंद (बेबूझ) राजा टक्काशेर भाजी और टक्का शेर खाजा   लोक उपवाशी आणि राजा अधाशी   राजा करील ती पूर्व (दिशा)   चक्रवर्त्ती राजा   राजा बंश   राजा हांसो   भोज राजा   सार्वभौम राजा   राजा फोलेर   उफराटा न्याय, गालगुंडे खाय   अनागोंदीचा राजा   राजा नखर   राजा फाथिनाय   जो बोलेल तो करील काय, जो गर्जेल तो पडेल काय?   कायदे बहूत, न्याय थोडक्‍यांत   फिरंगी न्याय घरार पडप   राजा राज कमावी, दुबळा झोंप कमावी   मन राजा, मन परजा, मनाले कोण वरजा   शुकनलिका न्याय   justice   अल्प न्याय करतो, तो मोठा सोडून देतो   न्यायिक   अंधोके गांवमे काना राजा   न्यायशास्त्र   यथा राजा तथा प्रजा   मनुष्याची धांव राजा पावेतों   मन राजा, मन प्रजा   निर्बळाचें बळ राजा   राजा कालस्य कारणं   राजा कधीं चुकत नाहीं   जसा राजा, तशी प्रजा   सुखाचा राजा, रोडगा ताजा   न्याय व अधिकार हे बरोबर जातात   न्याय करतलो जाल्यार फोण्या वचुंक नाका   राजा राज्य करी (कमावी) आणि दुबळा झोंप गमावी   न्याय नाहीं गांवाला, चोर दंडी सावाला   पत्य लहान मोठा तसा न्याय खराखोटा   जो तो   तो मेरेन   बहु बडबड करी, तो थोडें आचरी   राजा नीतिहीन, जैसी नदी पाण्यावीण   अंधगज (हस्ति) न्याय   नाका म्हणयार राजा जांवय करतात   रवि कुक्कुट न्याय   राजा भिकारी माझी टोपी घेतली, राजा भ्याला माझी टोपी दिली   राजा भिकारी माझी टोपी नेली, राजा भ्याला माझी टोपी दिली   राजा अज्ञ आणि प्रधान समयज्ञ   राजा जेवते, कावळा टुकनीं लागते   legal philosophy   शासक   king   poet   विचारी तो विचारी, धपकावी तो लष्करी   विचारी तो विचारी, धपका लावी तो लष्करी   उदार तो श्रीमंत, कृपण तो दरिद्री   उडाला तो कावळा आणि बुडाला तो बेडूक   चढेल तो पडेल, पोहेल तो बुडेल   दोहोंतर्फे जो विचार न करी, तो एकाचें वाईट करी   उगवेल तो मावळेल   उडतो तो बुडतो   उट्टा तो बुटा   राबेल तो चाबेल   मनास मानेल तो सौदा   राजा करी तैसे दाम। चाम तेही चालती॥   राजा गांवोगांव हिंडे भटजीचें तोंड झालें रडकुंडें   राजा निघाला बाहेरीं, वैभव त्याच्या बरोबरी   बलिष्ठ तो वरिष्ठ   नामदार तो नम्र फार   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP