कालनेमि n. लंका का एक राक्षस । लक्ष्मण युद्ध में मूर्च्छित हुआ । उसे औषधि लाने के लिये हनुमान् द्रोणाचल कि ओर जा रहा था । रावण को यह समाचार मिला । मार्ग में रोडा अटकाने के लिए उसने कालनेमि की योजना की । यह ऋषि के वेष में हनुमान् के, मार्ग में जा बैठा । पानी के लिये हनुमान् वहॉं रुका । इसका कपट जल्दी ही समझ गया, इसलिये इसे मार कर वह अविलंब आगे बढा
[अध्या.रा.यु.७] । सौ मुखोंवाला एक दैत्य
[मत्स्य. १७७] । पातालवासी एक दैत्य
[पद्म. उ. ६] ;
[म.स. ५१] । विरोचन बद्ध होने पर इसने सारी सेना का पराभव किया । विष्णु पर आक्रमण करने के कारण चक्र ने इसके सौ हाथों को तथा मस्तकों को तोड डाला, एवं इसके प्राण ले लिये
[पद्म. सृ. ४] । विष्णु ने वध किया, इस लिये प्रतिशोध लेने के लिये यह कंस हुआ
[भा१०.१] ; कंस देखिये । संह्राद का पुत्र । इसके चार पुत्रः--ब्रह्मजित्, ऋतुजित्, देवांतक तथा नरांतक ।