हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|दादू दयाल|भजन संग्रह १|
तू साँचा साहिब मेरा । कर...

भजन - तू साँचा साहिब मेरा । कर...

हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्‌को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।


तू साँचा साहिब मेरा ।

करम करीम कृपाल निहारौ, मैं जन बंदा तेरा ॥टेक॥

तुम दीवान सबहिनकी जानौं, दीनानाथ दयाला ।

दिखाइ दीदार मौज बंदेकूँ, काइक करौ निहाला ॥

मालिक सबै मुलिकके साँइ, समरथ सिरजनहारा ॥

खैर खुदाइ खलकमें खेलत, दे दीदार तुम्हारा ॥

मैं सिकस्ता दरगह तेरी हरि हजूर तूँ कहिये ।

दादू द्वारै दीन पुकारै, काहे न दरसन लहिये ॥

N/A

References : N/A
Last Updated : September 28, 2008

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP