सुयज्ञ n. एक आचार्य, जो शांख्यायनशाखीय गृह्यसूत्र का रचयिता माना जाता है । इसी कारण ब्रह्मयज्ञांगतर्पण में इसका निर्देश प्राप्त है
[आश्र्व. गृ. ३.३.] ।
सुयज्ञ (शांडिल्य) n. एक आचार्य, जो कंस वारक्य नामक आचार्य का शिष्य था, एवं जयंत वारक्य नामक आचार्य का गुरु था
[जै. उ. ब्रा. ४.१७.१] ।
सुयज्ञ II. n. (सो. क्रोष्टु.) यादववंशीय तम राजा का नामांतर (तम २.देखिये) । मत्स्य में इसे पृथुश्रवस् राजा का पुत्र कहा गया है ।
सुयज्ञ III. n. उशीनर देश का एक राजा
[भा. ७.२.२८] ।
सुयज्ञ IV. n. दशरथ का एक पुरोहित, जो वसिष्ठ का पुत्र था ।
सुयज्ञ V. n. राम दशरथि के सभा का एक सदस्य ।
सुयज्ञ VI. n. (सू. इ.) एक राजा, जो वाडव ऋषि के शाप के कारण कुष्ठरोगी एवं राज्यभ्रष्ठ हो गया
[ब्रह्म. वै. २.५५] ।
सुयज्ञ VII. n. विष्णु के यज्ञ नामक अवतार का नामांतर (यज्ञ १. देखिये) ।