-
वामन पंडित - राजयोग
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: PAGE | Rank: 1.64504 | Lang: NA
-
वामन
Meanings: 85; in Dictionaries: 12
Type: WORD | Rank: 1.502094 | Lang: NA
-
वामन पंडित
वामन पंडितांच्या काव्य रचना म्हणजे मराठी काव्य प्रकारातील मैलाचे दगड होत.
Type: INDEX | Rank: 1.352644 | Lang: NA
-
वामन पंडित - अनुभूतिलेश
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: INDEX | Rank: 1.339379 | Lang: NA
-
वामन पंडित - श्रीहरिगीता
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: INDEX | Rank: 1.222282 | Lang: NA
-
वामन पंडित - साम्राज्यवामनटीका
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: INDEX | Rank: 1.222282 | Lang: NA
-
श्रीवामनपुराण - अध्याय १७
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
Type: PAGE | Rank: 1.152166 | Lang: NA
-
वामन पंडित - वामनचरित्र
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 1.146829 | Lang: NA
-
वामन पंडित - गजेंद्र मोक्ष
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 1.144194 | Lang: NA
-
वामन पंडित - रामजन्म
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 1.142374 | Lang: NA
-
वामन पंडित - विश्वास वध
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 1.141484 | Lang: NA
-
वामन पंडित - यज्ञपत्न्याख्यान
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 1.139451 | Lang: NA
-
पुरा
Meanings: 53; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 1.07998 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय ९२ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 1.079088 | Lang: NA
-
विष्णु वामन शिरवाडकर कुसुमाग्रज
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.9986734 | Lang: NA
-
अनुभूतिलेश - श्लोक १५१ ते १६५
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: PAGE | Rank: 0.9739399 | Lang: NA
-
अनुभूतिलेश - श्लोक १६६ ते १८०
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: PAGE | Rank: 0.9734259 | Lang: NA
-
विष्णु वामन शिरवाडकर
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9165275 | Lang: NA
-
द्वितीयं ब्राम्हणं - भाष्यं ७
सदर ग्रंथाचे लेखक विष्णुशास्त्री वामन बापट (जन्म: पाऊनवल्ली-राजापूर तालुका, रत्नागिरी जिल्हा, मे २२, इ.स. १८७१; मृत्यू : डिसेंबर २०, इ.स. १९३२) हे महाराष्ट्रातील एक शांकरमतानुयायी अद्वैती, प्राचीन संस्कृत वाङ्मयाचे भाषांतरकार आणि भाष्यकार होते.
Type: PAGE | Rank: 0.8971723 | Lang: NA
-
पंचमम् ब्राम्हणम् - भाष्यं २१
सदर ग्रंथाचे लेखक विष्णुशास्त्री वामन बापट (जन्म: पाऊनवल्ली-राजापूर तालुका, रत्नागिरी जिल्हा, मे २२, इ.स. १८७१; मृत्यू : डिसेंबर २०, इ.स. १९३२) हे महाराष्ट्रातील एक शांकरमतानुयायी अद्वैती, प्राचीन संस्कृत वाङ्मयाचे भाषांतरकार आणि भाष्यकार होते.
Type: PAGE | Rank: 0.8964088 | Lang: NA
-
वामन नानाजी देशपांडे
महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
Type: PAGE | Rank: 0.8268824 | Lang: NA
-
महाभूतविवेक प्रकरणम् - श्लोक २० ते २४
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: PAGE | Rank: 0.8183249 | Lang: NA
-
महाभूतविवेक प्रकरणम् - श्लोक १७ ते १९
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: PAGE | Rank: 0.8178109 | Lang: NA
-
महाभूतविवेक प्रकरणम् - श्लोक ४५ ते ४७
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: PAGE | Rank: 0.8178109 | Lang: NA
-
अनुभूतिलेश - श्लोक २७१ ते २८५
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
Type: PAGE | Rank: 0.8172969 | Lang: NA
-
वामन पंडित - कंसवध
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.8145931 | Lang: NA
-
वामन पंडित - सीता स्वयंवर
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - दंपत्य चरित्र
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - लोपामुद्रा संवाद
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - नाम सुधा
’नाम सुधा’ काव्यात वामनपंडितांनी नामाचे माहात्म्य अतिसुंदर भावपूर्णतेने वर्णन केले आहे.
Type: INDEX | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - ब्रम्हस्तुति
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: INDEX | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - गीतार्णव
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - शुकाष्टक
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - स्फूटश्लोक
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - अहिल्योद्धार
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - रुक्मिणी पत्रिका
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - वेणुसुधा
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: INDEX | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - भामाविलास
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - चित्सुधा
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - रुक्मिणी विलास
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - भरत भाव
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामन पंडित - चरमगुरुमंजरी.
कवी वामनपंडितांचे काव्य वाचन म्हणजे स्वर्गीय सुख.
Type: PAGE | Rank: 0.7564725 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय २३ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 0.7136166 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय ७१ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 0.7121627 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय ४१ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 0.7121627 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय ८२ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 0.7114357 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय २ रा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 0.7114357 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय ४९ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 0.7114357 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय १५ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 0.7114357 | Lang: NA
-
वामनपुराण - अध्याय ३९ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
Type: PAGE | Rank: 0.7114357 | Lang: NA