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ತೆರೆದುಕೊಳ್ಳು
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తెరవబడివున్న
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विमोचनम्
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उकतें जावप
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അഴിച്ചു വിടല്
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ಕಟ್ಟು ಬಿಚ್ಚುವುದು
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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ଫିଟାଣ
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کھلنا
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
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વિમોચન
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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विमोचन
Meanings: 19; in Dictionaries: 9
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کُھلُن
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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খোলা
Meanings: 35; in Dictionaries: 2
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श्री गायत्री शाप विमोचनम् - शाप मुक्ता हि गायत्री चतु...
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् । The goddess Gayatri is considered the veda mata, the mother of all Vedas
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venting
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یَلہٕ ترٛاوُن
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തുറക്കുക
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ખૂલવું
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
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திற
Meanings: 10; in Dictionaries: 1
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ਖੁੱਲਣਾ
Meanings: 9; in Dictionaries: 1
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खुलना
Meanings: 11; in Dictionaries: 2
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उघडणे
Meanings: 17; in Dictionaries: 2
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ଖୋଲିବା
Meanings: 16; in Dictionaries: 1
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discharge
Meanings: 125; in Dictionaries: 21
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हरिपाठ: - १५
महाराष्ट्रप्रान्ते विख्यात: साधु: ज्ञानेश्वरकृतो हरिपाठ: ॥
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मण्डल ४ - सूक्तं ४६
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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अभंग १५
मराठीतील कांही अभंगांचे संस्कृतमध्ये भावपूर्व अनुवाद.
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मण्डल २ - सूक्तं ३७
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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तृप्तिदीपः - श्लोक २४१ ते २६०
'सार्थपंचदश्याम्' या ग्रंथात श्रीशंकराचार्यांनी मानवाच्या आयुष्यातील तत्वज्ञान सोप्या भाषेत विशद केले आहे.
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पुरुषोत्तमजगन्नाथमाहात्म्यम् - अध्याय २
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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सेतुखण्डः - अध्याय २१
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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नवमकाण्डः - ६ ते १०
पैप्पलादसंहिता
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वायवीयसंहिता उत्तर भागः - अध्यायः ३७
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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वैशाखमासमाहात्म्यम् - अध्याय १७
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ५४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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पुरुषोत्तमजगन्नाथमाहात्म्यम् - अध्याय ४
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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काशीखण्डः - विषयानुक्रमणिका
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
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उत्तरखण्डः - अध्यायः १२८
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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