-
सुषेण
Meanings: 75; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 5.690685 | Lang: NA
-
سُشِین
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.292831 | Lang: NA
-
ସୁଷେଣ
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.185955 | Lang: NA
-
সুষেণ
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.185955 | Lang: NA
-
સુષેણ
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.185955 | Lang: NA
-
سوشِن
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9953135 | Lang: NA
-
सुषेणः
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4976568 | Lang: NA
-
சுசேன்
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3947189 | Lang: NA
-
ਸੁਸ਼ੇਣ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3947189 | Lang: NA
-
سوشین
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3947189 | Lang: NA
-
സുഷേണൻ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3947189 | Lang: NA
-
carissa
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1691653 | Lang: NA
-
stick
Meanings: 16; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.07048552 | Lang: NA
-
सुशेन
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.05576409 | Lang: NA
-
श्र्वसन
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01725114 | Lang: NA
-
उग्रधन्वन्
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.01394102 | Lang: NA
-
वृष्णिमत्
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.009857791 | Lang: NA
-
वैज
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.009857791 | Lang: NA
-
रुमण्वत्
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.007393343 | Lang: NA
-
विद्युन्मालिन्
Meanings: 9; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.00616112 | Lang: NA
-
द्विविद
Meanings: 8; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.00616112 | Lang: NA
-
खंड ४ - अध्याय १९
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.00603664 | Lang: NA
-
सुलोचनाख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
Type: PAGE | Rank: 0.004928896 | Lang: NA
-
मानसगीत सरोवर - जा झडकरी बा बलभीमा ये घेऊ...
भगवंताच्या लीला, त्याचे स्वरूप, अवतारकृत्ये व प्रत्येक अवतारातील अनेकविध प्रसंग, यावर आधारीत भजनांचा संग्रह, म्हणजेच मानसगीत सरोवर.
Type: PAGE | Rank: 0.004928896 | Lang: NA
-
मार्गशीर्ष शुद्ध १०
दिन विशेष - वर्षातील प्रत्येक दिवसाचे ऐतिहासीक महत्व.
Type: PAGE | Rank: 0.004928896 | Lang: NA
-
रेणुका
Meanings: 31; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.00435657 | Lang: NA
-
अध्याय बत्तीसावा - श्लोक २०० ते २६४
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
Type: PAGE | Rank: 0.004268549 | Lang: NA
-
कथाकल्पतरू - स्तबक ८ - अध्याय १३
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.0037729 | Lang: NA
-
वृषसेन
Meanings: 12; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.003696672 | Lang: NA
-
वैद्य
Meanings: 55; in Dictionaries: 12
Type: WORD | Rank: 0.003696672 | Lang: NA
-
जयंती
Meanings: 18; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 0.003696672 | Lang: NA
-
मैंद
Meanings: 17; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.003696672 | Lang: NA
-
सुनीथ
Meanings: 35; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 0.003696672 | Lang: NA
-
अध्याय तेवीसावा - श्लोक २०१ ते २२४
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
Type: PAGE | Rank: 0.003696672 | Lang: NA
-
अध्याय दुसरा - श्लोक २०१ से २३३
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते.
Type: PAGE | Rank: 0.003696672 | Lang: NA
-
श्रीविष्णुपुराण - द्वितीय अंश - अध्याय १०
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। जो मनुष्य भक्ति और आदर के साथ विष्णु पुराण को पढते और सुनते है,वे दोनों यहां मनोवांछित भोग भोगकर विष्णुलोक में जाते है।
Type: PAGE | Rank: 0.003696672 | Lang: NA
-
अध्याय पंचवीसावा - श्लोक २०१ ते २६३
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
Type: PAGE | Rank: 0.003485256 | Lang: NA
-
सुतपस्
Meanings: 36; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.00308056 | Lang: NA
-
सुशर्मन्
Meanings: 23; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.00308056 | Lang: NA
-
खंड २ - अध्याय १३
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.00308056 | Lang: NA
-
युद्धकाण्डम् - काव्य ८०१ ते ८५०
युद्धकाण्डम् या प्रकरणातील श्लोकातील सहावे अक्षर श्री रा म ज य रा म ज य ज य रा म असे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.00308056 | Lang: NA
-
तारा
Meanings: 83; in Dictionaries: 13
Type: WORD | Rank: 0.003049599 | Lang: NA
-
माधव
Meanings: 80; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.003049599 | Lang: NA
-
सुमित्र
Meanings: 50; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.002464448 | Lang: NA
-
युद्धकाण्डम् - काव्य १०५१ ते १११८
युद्धकाण्डम् या प्रकरणातील श्लोकातील सहावे अक्षर श्री रा म ज य रा म ज य ज य रा म असे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002464448 | Lang: NA
-
स्कंध ९ वा - अध्याय २२ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
Type: PAGE | Rank: 0.002464448 | Lang: NA
-
स्कंध १२ वा - अध्याय ११ वा
सर्वमतखंडन आणि ब्रह्मविद्यारहस्य
Type: PAGE | Rank: 0.002464448 | Lang: NA
-
अध्याय तेवीसावा - श्लोक १ ते ५०
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
Type: PAGE | Rank: 0.002464448 | Lang: NA
-
खंड ३ - अध्याय ३८
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002464448 | Lang: NA
-
अध्याय अठरावा - श्लोक २०१ ते २५५
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते.
Type: PAGE | Rank: 0.002464448 | Lang: NA