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सुलोचना
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बालगीत - सरळ नाक , गोरी पान , लाल ...
आकाश अंगण होऊन येतं व ढगातले उंट, ससे, मोर यांचा खेळ रंगतो आणि या काव्यकथा मुलांना भावतात.
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سُلوچنا
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سولوچنَا
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સુલોચના
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ਸੁਲੋਚਨਾ
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சுலோச்சனா
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সুলোচনা
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ସୁଲୋଚନା
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సులోచన
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ಸುಲೋಚನ
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പതിവ്രത
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हरिस्वामिन्
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वीरवर
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धर्मबुद्धि
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उड़ासना
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गजवराहशापमुक्तिः
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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पतिव्रता
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रामजोशी - कुंदरदन तनु शाम सुलोचन...
रामजोशांनी लिहिलेली कविता मोठी मधुर, अर्थसंपन्न व प्रासअनुप्रासांची पैंजणे घालून ठुमकणारी अशी आहे. शृंगारपर, उपदेशपर व देवदैवतविषयक अशा अनेक प्रकारच्या लावण्या रामजोशांनी लिहिल्या.
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लावणी - नर्तकी
गो.रं.आंबेकरांचा जन्म कर्नाटकातील कुनगोळ गावचा.
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भजन - फुले फुलली जगतात चल मन सं...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
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माधव
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अध्याय तीसावा - श्लोक १०१ ते १५०
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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गुणाकार
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अध्याय तीसावा - श्लोक १५१ ते २१२
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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स्मरदीपिका - सूत्र ६
स्मरदीपिका श्री मीनानाथ द्वारा संस्कृत भाषा में रचित एक अद्भुत कामशास्त्रीय काव्य है।
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सहगमनाची चाल
प्रस्तुत ग्रंथ १९०१ साली बडोद्याचे महाराज श्रीमंत सयाजीराव गायकवाड यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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भूमिखंडः - अध्यायः ८०
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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सुलोचनाख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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विक्रमसिंहाख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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कालीतंत्र - अथ अर्गलम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
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चतुर्विंशो वेतालः
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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सप्तमो वेतालः
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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बेताल पच्चीसी - नवीं कहानी
बैताल पचीसी की कहानियाँ भारत की सबसे लोकप्रिय कथाओं में से हैं।
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अध्याय तीसावा - श्लोक १ ते ५०
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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अध्याय तीसावा - श्लोक ५१ ते १००
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते .
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श्रावणमास: - हलषष्ठीपूजाविधि:
सर्व जगतात हिंदू धर्माची व्याख्या होते ती, धर्मातील उपासना आणि उत्सवप्रियतेमुळे, आणि यांना जोड असते व्रत-वैकल्याची आणि धार्मिक पूजेची.
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एकविंशो वेतालः
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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वेश्याख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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रमाबाईचा पोवाडा - सांग रमाबाई सत्त्वधीर । र...
पोवाडा म्हणजे इतिहासाचे एक साधन. पोवाडा नेहमी समकालीन साक्षीदाराप्रमाणे विश्वसनीय असतो.
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खंड २ - अध्याय ६
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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अनङ्गप्रभाख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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श्री नवनाथ भक्तिसार पोथी - अध्याय ११
श्रीनवनाथभक्तिसार ही पोथी अत्यंत श्रेष्ठ असून परमप्रासादिक आहे व साधकाला विधिपूर्वक वाचन केले असता दिव्य अनुभव मिळतो.
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कीर्तन आख्यान - सुलोचनागहिंवराख्यान
कीर्तनकारांना नित्य उपयोगी अशी आख्याने. विष्णुदासांनी याला ’कीर्तन-मुक्ताहार’ असे नाव दिले होते.
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अध्याय बावीसावा - श्लोक १ ते ५०
श्रीधरस्वामी रचित ’ श्रीरामविजय ’ ग्रंथाचे पारायण केल्याने जीवनातील वनवास संपून सुख प्राप्त होते.
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वामनपुराण - अध्याय ४९ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
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श्रीवामनपुराण - अध्याय ४९
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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श्रीरघुवीरगद्यम् - श्रीमद्वेदान्तदेशिककृतं म...
श्री राम हा विष्णूचा सातवा अवतार आहे.
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अध्याय ४२ वा - श्लोक १ ते ५
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
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चन्द्रसाराख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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