-
नाथ
Meanings: 39; in Dictionaries: 12
Type: WORD | Rank: 5.430691 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ ! थारै सरण पड़ी दासी ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.402845 | Lang: NA
-
निवेदन - नाथ ! थारै सरण पड़ी दा...
’निवेदन’ मे प्रस्तुत जो भी भजन है, वे सभी विनम्र भावोंके चयन है ।
Type: PAGE | Rank: 2.402845 | Lang: NA
-
भक्ति गीत कल्पतरू - दिनाचे तुम्ही नाथ ॥ प्रभू...
खास हितचिंतक व प्रेमळ भगिनींसाठी श्रीमती हरिभक्तपरायण वारूताई कागलकर कृत भजनांची " कल्पतरू " सुमनावली.
Type: PAGE | Rank: 2.384027 | Lang: NA
-
भजन - सुनिये नाथ गरीब निवाज , आ...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
Type: PAGE | Rank: 2.378329 | Lang: NA
-
संगीत स्वयंवर - नाथ हा माझा मोही खला. शिश...
श्री रूक्मिणीस्वयंवराच्या सर्वश्रुत कथानकातील, श्रीकृष्ण व रूक्मिणी यांच्या चरित्रातील उदात्त तत्वे श्री. कृष्णाजी प्रभाकर खाडिलकर यांनी नाटकाद्वारे प्रेक्षकांपुढे मांडली.
Type: PAGE | Rank: 2.378329 | Lang: NA
-
भजन - अनाथाच्या नाथ दिनाचा दयाळ...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
Type: PAGE | Rank: 2.378329 | Lang: NA
-
निवेदन - नाथ मैं थारोजी थारो !...
’निवेदन’ मे प्रस्तुत जो भी भजन है, वे सभी विनम्र भावोंके चयन है ।
Type: PAGE | Rank: 2.371759 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ मैं थारो जी थारो च...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.371759 | Lang: NA
-
भजन - नाथ अनाथकी सब जानै ॥ ठा...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
Type: PAGE | Rank: 2.369654 | Lang: NA
-
विविध - नाथ ! थारे सरणे आयोजी ...
’विविध’ शीर्षकके द्वारा संतोंके अन्यान्य भावोंकी झलक दिखलानेवाली वाणीको प्रस्तुत किया है ।
Type: PAGE | Rank: 2.369654 | Lang: NA
-
भजन - नाथ मुहिं कीजै ब्रजकी मोर...
हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।
Type: PAGE | Rank: 2.369654 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ अब लीजै मोहि उबार ! ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.369654 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ ! थारै सरणै आयो जी ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.369654 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - हे नाथ ! तुम्ही सबके माल...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.365625 | Lang: NA
-
भजन - आला कैलासीचा नाथ डोळे भरु...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
Type: PAGE | Rank: 2.365317 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ ! मने अबकी बार बचाओ ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.365317 | Lang: NA
-
भजन - आले कैलासीचे नाथ मुखी राम...
भजन - A bhajan or kirtan is a Hindu devotional song , often of ancient origin. Great importance is attributed to the singing of bhajans with Bhakti , i.e. loving devotion. "Rasanam Lakshanam Bhajanam" means the act by which we feel more closer to our inner self or God, is a bhajan. Acts which are done for the God is called bhajan.
Type: PAGE | Rank: 2.365317 | Lang: NA
-
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - नाथ ! अब कैसे हो कल्याण ...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
Type: PAGE | Rank: 2.365317 | Lang: NA
-
शंकराची आरती - जय जय नाथ निरामय शिव शिव ...
देवीदेवतांची काव्यबद्ध स्तुती म्हणजेच आरती. The poem composed in praise of God is Aarti.
Type: PAGE | Rank: 2.36098 | Lang: NA
-
हे नाथ! येईन तव नित्य कामी - हे नाथ! येईन तव नित्य काम...
साने गुरूजींचे संपूर्ण नाव - पांडुरंग सदाशिव साने
Type: PAGE | Rank: 2.36098 | Lang: NA
-
वाटलें नाथ हो !
भा.रा.तांबे यांच्या कविता अत्यंत हळुवार असून त्या मनाला भिडतात
Type: PAGE | Rank: 2.356642 | Lang: NA
-
गुरु गोरख नाथ चालीसा - ॥ दोहा ॥ गणपति गिरजा पुत्...
चालीसा, देवी देवतांची काव्यात्मक स्तुती असून, भक्ताच्या आयुष्यातील सर्व संकटे दूर होण्यासाठी मदतीची याचना केली जाते.
Type: PAGE | Rank: 2.347968 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ५ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.788955 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १८ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.78653 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ७ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.786222 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ३ रा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.785506 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ९ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.785506 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २६ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.784499 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ४ था
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.784499 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ८ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.784499 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १६ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.784422 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १० वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.784344 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १३ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.783337 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २ रा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.782965 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २४ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.782965 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २५ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.782965 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २१ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.782253 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय ११ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.782253 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय १५ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.782253 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २० वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.781169 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २८ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.780627 | Lang: NA
-
अजित नाथ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.167478 | Lang: NA
-
अजीत नाथ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.167478 | Lang: NA
-
अभिनंदन नाथ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.167478 | Lang: NA
-
कैलाश नाथ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.167478 | Lang: NA
-
कुंथु नाथ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.167478 | Lang: NA
-
विषयसापेक्ष कविता - सांवळा केदार-नाथ
गो.रं.आंबेकरांचा जन्म कर्नाटकातील कुनगोळ गावचा.
Type: PAGE | Rank: 1.051904 | Lang: NA
-
प्रस्तावना - पूर्वप्रकाशक
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.8884158 | Lang: NA
-
श्रीनाथलीलामृत - अध्याय २७ वा
नाथसंप्रदाय भारताच्या सांस्कृतिक इतिहासांत महनीय स्थान पावलेला संप्रदाय आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.8884158 | Lang: NA