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वास्तु
Meanings: 43; in Dictionaries: 10
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अष्टादशोऽध्याय:
N/Aविश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
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द्वितीयोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.793282 | Lang: NA
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प्रथमोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.777073 | Lang: NA
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शल्य शास्त्र
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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शास्त्र
Meanings: 34; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 1.627057 | Lang: NA
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तंत्र शास्त्र
तन्त्र शास्त्र में अनेकों शक्तियों की उपासना और साधना का रहस्य बतलाया गया है ।
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मानसारम् - शङ्कुस्थापनलक्षणम्
'मानसारम्' वास्तुशास्त्रावरील एक प्राचीन ग्रंथ आहे.
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मानसारम् - स्तम्भलक्षणम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
Type: PAGE | Rank: 1.251873 | Lang: NA
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मानसारम् - ग्रामलक्षणम्
'मानसारम्' वास्तुशास्त्रावरील एक प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 1.251873 | Lang: NA
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वास्तु प्रतिमा निक्षेप
वास्तु्शांती म्हणजे वास्तु उभारताना यजमानाच्या हातून विविध चुका होतात किंवा दोष घडतात, त्यांची शांती. वास्तुपुरुषाची शांती नव्हे.
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राजनीति शास्त्र
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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चिकित्सा शास्त्र
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.115555 | Lang: NA
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शल्यचिकित्सा शास्त्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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शास्त्र विरुद्ध
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.061908 | Lang: NA
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ज्योतिष शास्त्र
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.061908 | Lang: NA
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पंचमोध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
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सप्तमोध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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त्रयोदशोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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चतुर्थोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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दशमोऽध्याय:
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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पंचदशोध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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अन्तर्विषयाः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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सप्तदशोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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तृतीयोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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चतुर्दशोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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अष्टमोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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एकादशोध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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षष्टदशोध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: INDEX | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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षष्ठोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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नवमोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
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द्वादशोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
Type: PAGE | Rank: 1.0494 | Lang: NA
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शल्य चिकित्सा शास्त्र
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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ज्योतिष शास्त्र
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
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वैद्यक शास्त्र
भारतीय शास्त्रांमध्ये वैद्यक शास्त्राने फार प्राचीन काळापासून प्रगती केलेली आहे, त्यापैकी चरक आणि सुश्रुत यांनी सर्व जगाला आरोग्यविषयक ज्ञान दिले.
Type: INDEX | Rank: 0.8707424 | Lang: NA
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ज्योतिष शास्त्र
भारतके महान, बुद्धिमान ऋषीमुनीयोंने, सृष्टीमे जो भी चमत्कार होते है, वह जाननेकी जिज्ञासा तृप्त करनेके लिये, समस्त मानवजातीको नानाविध शास्त्रोंके जन्म दिया, उसीमे से एक है, ज्योतिषशास्त्र ।
Jyotisha or Horoscope is a prediction of someone's future based on the relative positions of the planets
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वास्तुशांती - वास्तु संकल्प
वास्तु्शांती म्हणजे वास्तु उभारताना यजमानाच्या हातून विविध चुका होतात किंवा दोष घडतात, त्यांची शांती. वास्तुपुरुषाची शांती नव्हे. While entering a new house, as per the Vedic tradition, a Vastushanti homam (shanti) is performed, this acts as a remedy for whatever malific influences are present in the house and removes the vastu doshas.
Type: PAGE | Rank: 0.7420637 | Lang: NA
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मानसारम् - भूमिसंग्रहविधानम्
'मानसारम्' वास्तुशास्त्रावरील एक प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.7420378 | Lang: NA
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मानसारम् - राजाङ्गविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
Type: PAGE | Rank: 0.7420378 | Lang: NA
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मानसारम् - गृहमानस्थानविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
Type: PAGE | Rank: 0.7420378 | Lang: NA
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मानसारम् - विमानलक्षणम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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मानसारम् - त्रितलविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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मानसारम् - उत्तमदशतालविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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मानसारम् - तोरणविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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मानसारम् - मौलिलक्षणम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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मानसारम् - सिंहलक्षणम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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मानसारम् - षट्तलविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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मानसारम्
'मानसारम्' वास्तुशास्त्रावरील एक प्राचीन ग्रंथ आहे.
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मानसारम् - द्वारमानविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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