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तू राम भजन कर प्राणी ...

नाम महिमा - तू राम भजन कर प्राणी ...

भगवन्नामकी महिमा अपरंपार है, नामोच्चारसे जीवनके पाप नष्ट हो जाते है ।


तू राम भजन कर प्राणी, तेरी दो दिनकी जिन्दगानी ॥

काया-माया बादल छाया,मूरख मन काहे भरमाया ।

उड़ जायेगा साँसका पंछी, फिर क्या है आनी-जानी ॥तू० ॥१॥

जिनके घरमें माँ नहीं है, बाबा करे ना प्यार;

ऐसे दीन अनथोंका है, राम-नाम आधार।

मुख बोल रामकी बानी, मनवा बोल रामकी बानी ॥तू० ॥२॥

सजन सनेही सुखके संगी, दुनियाकी है चाल दुरंगी ।

नाच रहा है काल शीश पै, चेत-चेत अभिमानी ॥तू० ॥३॥

जिसने राम-नाम गुन गाया, उसको लगे न दुखकी छाया ।

निर्धनका धन राम-नाम है, मैं हूँ राम दिवानी ॥तू० ॥४॥

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Last Updated : January 22, 2014

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