हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|भजनामृत|महिमा|
राम गुण गायो नहीं आय ...

नाम महिमा - राम गुण गायो नहीं आय ...

भगवन्नामकी महिमा अपरंपार है, नामोच्चारसे जीवनके पाप नष्ट हो जाते है ।


राम गुण गायो नहीं आय करके , जमसे कहोगे क्या जाय करके ॥टेर॥

गर्भ में देखी नरक निसानी, तब तू कौल किया था प्रानी ।

भजन करुँगा चित्त लाय करके ॥१॥

बालपनेमें लाड लडायो, मात-पिता तने पालणे झुलायो ।

समय गमायो खेल खाय करके ॥२॥

तरुण भयो तिरिया संग राच्यो, नट मर्कट ज्यों निशदिन नाच्यो ।

माया में रह्यो रे भरमाय करके ॥३॥

जीवन बीत बुढ़ापो आवे, इन्द्री सब शीतल होय जावे ।

तब रोवोगे पछताय करके ॥४॥

वेद पुरान संत यों गावे, बार बार नर देही न पावे ।

देवकी तिरोगे हरि गाय करके ॥५॥

N/A

References : N/A
Last Updated : January 22, 2014

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP