कार्तिक कृष्णपक्ष व्रत - कौमुदी महोत्सव

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


कौमुदी - महोत्सव

( हेमाद्रि ) -

उपर्युक्त प्रकारसे हष्ट - पुष्ट और संतुष्ट होकर दीपक जलाने आदिसे कौमुदी - महोत्सव सम्पन्न होता है । वह्निपुराणके लेखानुसार यह व्रत कार्तिक कृष्ण एकादशीसे आरम्भ होकर अमावास्यातक किया जाता है ।

N/A

References : N/A
Last Updated : January 22, 2009

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP