Dictionaries | References R Ramayana Part 5 Ramayana Part 1 Variations : R.v अनन्तकर अनुप्रव्रज् अपाश्रय अभिसंधाय अभिसंहित अभिसान्त्व अभ्यवरुह् अभ्युपलक्ष् अम्बरीष अरिघ्न अरिष्टनेमिन् अर्चितृ अर्थपरिग्रह अल्पशरीर अवघट्ट् अवतान अवधीयमान अवमानिन् अवरावर अवलीन अवशिष् अवष्टब्ध अवष्टम्भ् अवसद् अवसादित अवस्था अवस्थान अवस्थित अवहा अविशङ्कितम् अविहस्त अश्वयुज् असंशय असङ्गचारिन् असमीक्षित असुहृद् अस्त्रभृत् अस्थिबन्धन आख्यापन आत्मत्राणपरिग्रह आत्मापराध आयोग आश्लेषित इन्द्रबाहु उपकॢप् उपव्रज्य ऐकमत्य कर्णप्रावरण काङ्क्षित काङ्क्षिन् कामम् काम्बोज कार्दम कार्यतम कार्यवत् कालायसमय किष्कु कुण्ड कुतस् कुम्भीनसी कुलीन कृतमनोरथ केतुमाल कैतव कौलीन क्रमण क्रीडामृग क्रीडित क्रौञ्चपक्ष क्लिश् क्षपाव्यपाय क्षमणीय क्षमवत् क्षमितव्य क्षम् क्षय क्ष्वेल् खगत गजदन्तमय गति गन्धर्वनगर गन्धहस्तिन् गमन गाध गामिन् गुण गुणसंस्कार गुणसङ्ग गुप्ति गृहमेघ गैरिकधातु गैरिकाञ्जन गोपुर ग्रहण ग्रहपीडन ग्रह् ग्राह्य घस घुष् घोषण घोषवत् चक्राङ्ग चण्डविक्रम चतुःसम चतुर्गन्ध चतुर्दंष्ट्र चतुर्लेख चतुष्पाद चत्वर चन्द्रक चन्द्ररेखा चर् चलन चलाचल चारुनेत्र चारुवक्त्र चित्रमृग चिन्त् चिरप्रणष्ट चैत्यपाल छद् छन्देन जघन्यतस् जलराक्षसी जल्पित जाम्बव जाम्बूनद जाल जीवपुष्प जीवित झॄ डिण्डिम तडित्वत् तदात्व तनुता तनुस् तमोनुद् तरस् तल ताडित ताम्रत्व तारकामय तारेय तालजङ्घ तालीयक तिमिर तिर्यग्नास तूष्णीकम् त्रिःसप्तकृत्वस् त्रिकर्ण त्रिकालविद् त्रिजटास्वप्नदर्शन त्रिपादक त्रिप्रलम्ब त्रिप्रलम्बिन् त्रिवलीक त्रिविनत दक्षसुत दण्डोद्यम दधिमुख दशपद्म दशपद्मवत् दशावर्त दा दाशरथ दीर्घदर्शिन् दीर्घा दुःस्वप्नप्रतिबोधन दुरालम्ब दुर्धर्ष दुश्चर दुश्चरत्व दृढधन्विन् देवपुर देवमार्ग धा नागभोग नीलकण्ठी राक्षस वन विभीषणाभिषेक विमान विषद् शिव सुप्त Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP