Dictionaries | References

धनुष्य बाणबिगर, मनुष्य धनबिगर, व्यर्थ

   
Script: Devanagari

धनुष्य बाणबिगर, मनुष्य धनबिगर, व्यर्थ

   ज्याप्रमाणें बाण असल्याशिवाय धनुष्याचा कांहीं उपयोग होत नाहीं, त्याप्रमाणें मनुष्याजवळ नसला तर त्यास कांहीं करतांयेत नाहीं.

Related Words

धनुष्य बाणबिगर, मनुष्य धनबिगर, व्यर्थ   व्यर्थ   मनुष्य गण   धनुष्य   मनुष्यगण   मनुष्य   मुसळाचें धनुष्य होत नाहीं   ಮನುಷ್ಯ ಗಣ   व्यर्थ की भाग-दौड़   व्यर्थ की भागदौड़   धात पडे, मनुष्य तडफडे   मनुष्य जाऊ लाभ होऊ   मानुषगणः   मनुष्य ओळखावे संबंधीं, घोडा जेरबंदी   पक्षी पायानें शिरकताति, मनुष्य जिभेनें   वाया   आयुष्याची घडी, व्यर्थ कदापि न दवडी   आहे जे सामर्थ्य, त्याहून नको व्यर्थ   क्षणिक बुद्धि असणें (त्याचें) जिणें व्यर्थ   उद्योगी मनुष्य भागे, गाढ मूढ निद्रा लागे   अल्प मनुष्य कोपे, लहान भांडें लौकर तापे   दिवाणी कोर्टांत जाणारा मनुष्य दिवाणा होतो   मुसळाचें धनुष्य करणें   हांवे कॅललें व्यर्थ गेलें आनि घावा मागल्यान चेंडू ओग्गि गेलें   वेडा मनुष्य नग्न आहे कीं नेसला आहे हें दुसर्‍यानें पहावें   स्वतःचा हेतु साधण्याकरितां दुर्जन मनुष्य शास्त्रांतील आधार घेतो   human   व्यर्थ काम   व्यर्थ खर्च   व्यर्थ जाणे   व्यर्थ जाना   व्यर्थ जावप   व्यर्थ ही   व्यर्थ होना   आधुनिक मनुष्य   बुटका मनुष्य   लक्षाचा मनुष्य   भूताविष्ट मनुष्य   मनुष्य बल   मनुष्य राशि   मनुष्य-विवर   dwarf   man   अकारण   ధనస్సు   ਧਨੁੱਸ਼   ଧନୁ   വില്ലുന്ന ആയുധം   ધનુષ્ય   बोरला   धोणू   ಬಿಲ್ಲು   क्रियेवीण वाचाळता व्यर्थ आहे।   खडकावर पेरलें, व्यर्थ गेलें   व्यर्थ घूमना फिरना   धन्यावांचून दुनिया व्यर्थ   धन्याशिवय सर्व व्यर्थ   मतलबाशिवाय मनुष्य नाहीं   వ్యర్థమైన   ব্যর্থ   ਫਜੂਲ   वायफळ   کمان   माझा माझा, व्यर्थ कबाड बोझा   useless   धनुष   मनुष्य घटना कीं दैव घटना   मनुष्य घटना कीं दैवी घटना   मनुष्य हा संवादित्वाचा भुकेलेला असतो   வெட்டித்தனமாக   వ్యర్థంగా   অনাহকতে   ଅଯଥା   વ્યર્થ   വ്യര്ഥമായി   गरजेभायरें   fruitlessly   unproductively   unprofitably   virgo   human beings   humankind   human race   humans   mankind   ধনুক   उपदेश देणें व्यर्थ, मनी नाही भावार्थ   एक नाहीं मन, व्यर्थ कुबेराचें धन   साखरेविना सांजा व स्त्रीविना संसार व्यर्थ   अतिशय करणें तें तर व्यर्थ घालविणें   अनुभव नसतांची जाण व्यर्थ पुस्तकी ज्ञान   जेथें आशा नाहीं, तेथें यत्‍न व्यर्थ   माझं माझं केलं न् व्यर्थ बायां गेलं   माहं माहं केलं न् व्यर्थ बायां गेलं   फुकाची आस, व्यर्थ झिजे अंगवरलें मांस   पायांत पाय, त्याचा जन्म व्यर्थ जाय   हयगीनें काम ठेविलें, तें समजा व्यर्थ गेलें   homo   human being   दिसतें तसें नसतें, म्हणून मनुष्य फसतें   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP