-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - द्वितीयोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते .
Type: PAGE | Rank: 6.98866 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - द्वितीयोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 6.98866 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - दशमोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - द्वादशोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - षष्ठोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - अष्टमोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - पंचमोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - चतुर्थोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - सप्तमोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - नवमोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - एकादशोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते .
Type: INDEX | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - प्रथमोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते .
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
दक्षिण प्रयाग माहात्म्यः - तृतीयोऽध्यायः
श्रीनृसिंहपूर क्षेत्राचे माहात्म्य वाचल्याने प्रत्यक्ष त्या क्षेत्री गेल्याचे पुण्य मिळते.
Type: PAGE | Rank: 4.643299 | Lang: NA
-
श्रीअमरापुरक्षेत्रमाहात्म्यस्तोत्र - प्रयाग: संगम: ख्यत: काशिक...
स्तोत्र म्हणजेच देवीदेवतांची स्तुती.
Type: PAGE | Rank: 2.648049 | Lang: NA
-
प्रयाग
Meanings: 24; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 2.635403 | Lang: NA
-
confluence
Meanings: 13; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 1.689054 | Lang: NA
-
केशव प्रयाग
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.8176358 | Lang: NA
-
सप्त प्रयाग
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.8176358 | Lang: NA
-
पंच प्रयाग
Meanings: 14; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.8176358 | Lang: NA
-
प्रयाग शहर
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.8176358 | Lang: NA
-
meeting
Meanings: 23; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.2111317 | Lang: NA
-
मत्स्यपुराणम्
मत्स्य पुराणात सात कल्पांचे वर्णन असून हे पुराण नृसिंह वर्णनापासून सुरू होते. मत्स्य पुराणात एकंदर चौदा हजार श्लोक आहेत. ह्यात भगवान श्रीहरीच्या मत्स्यावताराची प्रमुख कथा आहे. शिवाय ह्या पुराणात अनेक तीर्थ, व्रत, यज्ञ, दान, जल प्रलय, मत्स्य व मनुचे संवाद, राजधर्म, तीर्थयात्रा, दान महात्म्य, प्रयाग महात्म्य, काशी महात्म्य, नर्मदा महात्म्य, मूर्ति निर्माण माहात्म्य आणि त्रिदेवांची महिमा वर्णिलेली आहे.
Type: INDEX | Rank: 0.1167432 | Lang: NA
-
सितासिता
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.07587546 | Lang: NA
-
गवछा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.06322955 | Lang: NA
-
त्रिस्थलीयात्रा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.06322955 | Lang: NA
-
कांचनमालिनी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05058364 | Lang: NA
-
वेणिमाधव
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05058364 | Lang: NA
-
वेणीदान
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05058364 | Lang: NA
-
गुंजायरी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.05058364 | Lang: NA
-
गोरोबलाय
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04426068 | Lang: NA
-
संगम जावप
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04426068 | Lang: NA
-
संगम होना
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03793773 | Lang: NA
-
प्रयागभय
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.03793773 | Lang: NA
-
संत सोयराबाई - निर्मळेसी करीतां स्नान । ...
संत सोयराबाईंच्या अभंगातून विठ्ठलाशी जवळीक साधण्याचा मार्ग सापडतो.
Type: PAGE | Rank: 0.03161477 | Lang: NA
-
ससुरखदेरी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03161477 | Lang: NA
-
तिरस्थळी
Meanings: 7; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.03161477 | Lang: NA
-
बा.भ.बोरकर - कशी तुज समजावू सांग ...
बोरकरांच्या कवितेतून सृष्टीत आकंठ भरलेले सौंदर्य आणि संगीत प्रतीत होते, तसेच लौकिक पातळीवरील प्रेम आणि अलौकिक पातळीवरील भक्ती या दोहोंचा अनुभव यातून येतो.
Type: PAGE | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
तेरे पितर सडक फू
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
तेरे पितर सरग भये
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
त्रिस्थळी
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
टौंस नदी
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
पंचकोशी
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
पंचकोसी
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
पंचक्रोशी
Meanings: 5; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
पञ्चतीर्थी
Meanings: 7; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
प्राणनाथ
Meanings: 8; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
सितासित
Meanings: 8; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.02529182 | Lang: NA
-
फाल्गुन शुक्लपक्ष व्रत - तीर्थक्षेत्रीय व्रत
व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।
Type: PAGE | Rank: 0.02213034 | Lang: NA
-
भावगंगा - दादा, तुमचा शब्द ऐकता
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.02213034 | Lang: NA