हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|मार्गशीर्षके व्रत|मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष व्रत| त्रितयसप्तमी मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष व्रत शुक्लैकादशी व्यञ्जनद्वादशी द्वादशादित्यव्रत जनार्दनपूजा अनङ्गत्रयोदशी यमादर्शन पिशाचमोचनयात्रा शिवचतुर्दशीव्रत शुक्लैकादशी व्यञ्जनद्वादशी द्वादशादित्यव्रत कृच्छ्रचतुर्थी वरचतुर्थी नागपञ्चमी श्रीपञ्चमी त्रितयसप्तमी मित्रसप्तमी भद्रासप्तमी निक्षुभार्कचतुष्ट्य नन्दिनी पदार्थदशमी धर्मत्रयव्रत दशादित्यव्रत मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष व्रत - त्रितयसप्तमी व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : festivalmargashirshavratमहिनामार्गशीर्षव्रतसण त्रितयसप्तमी Translation - भाषांतर त्रितयसप्तमी ( हेमाद्रि ) - मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमीको हस्त हो तो जगत्प्रसूति ( सूर्यनारायण ) का उत्तम प्रकारके गन्ध - पुष्पादिसे पूजन करके उपवास करे और फिर इसी प्रकार प्रत्येक शुक्ल सप्तमीको वर्षभर करता रहे तो अच्छे कुलमें जन्म, स्थायी आरोग्य और यथेच्छ धन - ये तीनों मिलते हैं । N/A References : N/A Last Updated : January 22, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP