-
भूतबाधा उतरवण्याचा मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.499578 | Lang: NA
-
തന്ത്രം
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.044402 | Lang: NA
-
भूतबाधा
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.8916457 | Lang: NA
-
विविध मंत्र
विविध समस्यांसाठी मंत्र
Type: PAGE | Rank: 0.6864776 | Lang: NA
-
ତନ୍ତ୍ର
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6092343 | Lang: NA
-
तंत्र
Meanings: 18; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.6007248 | Lang: NA
-
তন্ত্র
Meanings: 6; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.5667965 | Lang: NA
-
ਤੰਤਰ
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.5667965 | Lang: NA
-
તંત્ર
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.5667965 | Lang: NA
-
मंत्र
Meanings: 59; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.4962291 | Lang: NA
-
णणोकार-मंत्र
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.4360286 | Lang: NA
-
५१ मंत्र जप आणि चिंतनासाठी.
51verses for chanting and contemplation. ५१ मंत्र जप आणि चिंतनासाठी.
Type: PAGE | Rank: 0.4283493 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - सरस्वती मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.4240623 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - ऋद्धिसिद्धि मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.423506 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - बगलामुखी मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.4223073 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - कमला-मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.421708 | Lang: NA
-
गारुड़ मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3946837 | Lang: NA
-
गारुड मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3907116 | Lang: NA
-
तारक मंत्र
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.3708543 | Lang: NA
-
conjuration
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.3481339 | Lang: NA
-
மந்திரம்
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.3343919 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - शारदादेवी मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.27994 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - मातंगी मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.27994 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - तीव्रबुद्धिकरण मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.27994 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - भुवनेश्वरी मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.27994 | Lang: NA
-
انتظام
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2467205 | Lang: NA
-
गुरुसंस्था - गुरु व त्यांचे प्रकार
मंत्रशास्त्राकार जगन्नाथपुरीचे ब्रह्मीभूत पूज्य श्रीशंकराचार्य योगेश्वरानंदतीर्थ ह्यांचा हा मंत्रसाठा सिद्ध आहे ,
Type: PAGE | Rank: 0.1934739 | Lang: NA
-
मंत्रशास्त्र
देवताओं की उपासना करनेवालोंको सारी सिद्धियाँ प्राप्त करनेके लिये मंत्र शास्त्र का उगम हुआ है।
Type: INDEX | Rank: 0.1803678 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - अन्नपूर्णामंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.1667499 | Lang: NA
-
गुरुसंस्था - बारा प्रकारचे गुरु
मंत्रशास्त्राकार जगन्नाथपुरीचे ब्रह्मीभूत पूज्य श्रीशंकराचार्य योगेश्वरानंदतीर्थ ह्यांचा हा मंत्रसाठा सिद्ध आहे ,
Type: PAGE | Rank: 0.1665456 | Lang: NA
-
पंचदशी विद्या - पंचदशी विद्या विचार
गुरूपदिष्ट मार्गाशिवाय मंत्रांचे अनुष्टान करू नये , कारण मंत्रशास्त्र हे अनुभवदर्शी शास्त्र आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.1662606 | Lang: NA
-
पंचदशी विद्या - पंचदशीयंत्राचा विधि
गुरूपदिष्ट मार्गाशिवाय मंत्रांचे अनुष्टान करू नये , कारण मंत्रशास्त्र हे अनुभवदर्शी शास्त्र आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.1657016 | Lang: NA
-
गुरुसंस्था - दीक्षा व प्रकार
मंत्रशास्त्राकार जगन्नाथपुरीचे ब्रह्मीभूत पूज्य श्रीशंकराचार्य योगेश्वरानंदतीर्थ ह्यांचा हा मंत्रसाठा सिद्ध आहे ,
Type: PAGE | Rank: 0.1656872 | Lang: NA
-
मंत्रप्रकरण - तारामंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
Type: PAGE | Rank: 0.1655018 | Lang: NA
-
स्तुति मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1605284 | Lang: NA
-
स्तुती मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1605284 | Lang: NA
-
झपाटणी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1576812 | Lang: NA
-
शिवपंचाक्षरी मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1557337 | Lang: NA
-
द्वादशाक्षरी मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1541355 | Lang: NA
-
गायत्री मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1513268 | Lang: NA
-
बीज मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1513268 | Lang: NA
-
अष्टाक्षरी मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.150939 | Lang: NA
-
मंत्र षडक्षरी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.150939 | Lang: NA
-
स्त्री-मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1493407 | Lang: NA
-
शक्तिसाधना मंत्र
रुद्राक्ष अत्यंत पवित्र, शंकरांना अत्यंत प्रिय, तसेच दर्शन, स्पर्श व जप द्वारा सर्व पापे नष्ट होतात.
Type: PAGE | Rank: 0.1489684 | Lang: NA
-
पंचगव्याचे मंत्र
वास्तु्शांती म्हणजे वास्तु उभारताना यजमानाच्या हातून विविध चुका होतात किंवा दोष घडतात, त्यांची शांती. वास्तुपुरुषाची शांती नव्हे.
Type: PAGE | Rank: 0.1485015 | Lang: NA
-
कुछ मंत्र
सर्व पूजा कशा कराव्यात यासंबंधी माहिती आणि तंत्र.
Type: PAGE | Rank: 0.1457447 | Lang: NA
-
सामानुष्ठानः - मंत्र १
उपासना विभागातील मंत्र सिद्ध केल्यास त्याची प्रचिती लगेचच मिळते, या विभागात अनुष्ठानासाठीचे मंत्र आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.1383557 | Lang: NA
-
सामानुष्ठानः - मंत्र ३
उपासना विभागातील मंत्र सिद्ध केल्यास त्याची प्रचिती लगेचच मिळते, या विभागात अनुष्ठानासाठीचे मंत्र आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.1383557 | Lang: NA
-
सामानुष्ठानः - मंत्र ८
उपासना विभागातील मंत्र सिद्ध केल्यास त्याची प्रचिती लगेचच मिळते, या विभागात अनुष्ठानासाठीचे मंत्र आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.1383557 | Lang: NA