हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|आश्विनके व्रत|आश्विन शुक्लपक्ष व्रत| शुक्लैकादशी आश्विन शुक्लपक्ष व्रत अशोकव्रत नवरात्रव्रत शान्तिपञ्चमी उपाङ्गललिताव्रत सरस्वतीशयनसप्तमी महाष्टमी महानवमी रथनवमी शौर्यव्रत नवरात्रसमाप्ति विजयादशमी अपराजिता पूजा शुक्लैकादशी पुत्रप्राप्तिव्रत पद्मनाभव्रत कोजागरव्रत शरत्पूर्णिमा आश्विन शुक्लपक्ष व्रत - शुक्लैकादशी व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : ashwinfestivalvratआश्विनमहिनाव्रतसण शुक्लैकादशी Translation - भाषांतर शुक्लैकादशी ( पद्मपुराण ) - पापपरायण पुरुषोंके पापोंको वशवर्ती बनानेमें आश्विन शुक्ल एकादशी अङ्कुशके समान है । इसी कारण इसका नाम ' पापाङ्कुशा ' है । यह स्वर्ग और मोक्षको देनेवाली, शरीरको नीरोग रखनेवाली, सुन्दरी, सुशीला, स्त्री, सदाचारी पुत्र और सुस्थिर धन देनेवाली है । उस दिन दिनमें भगवानका पूजन और रात्रिमें उनके सम्मुख जागरण करके दूसरे दिन पूर्वाह्णमें पारण करके व्रतको समाप्त करे । N/A References : N/A Last Updated : January 21, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP