शौर्यव्रत
( ब्रह्मपुराण ) -
एतत्रिमित्त आश्विन शुक्ल सप्तमीको संकल्प करे । अष्टमीको निरुदक ( अन्न - पानादिवर्जित ) उपवास रखे और नवमीको भगवतीकी भक्तिसहित उपासना करके
' दुर्गां देवीं महामायी महाभायां महाप्रभाम् ।'
से प्रार्थना करके यथाशक्ति ब्राह्मण - भोजन कराये और स्वयं पिसे हुए सत्तूका पान करके व्रत करे ।