आश्विन शुक्लपक्ष व्रत - शौर्यव्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


शौर्यव्रत

( ब्रह्मपुराण ) -

एतत्रिमित्त आश्विन शुक्ल सप्तमीको संकल्प करे । अष्टमीको निरुदक ( अन्न - पानादिवर्जित ) उपवास रखे और नवमीको भगवतीकी भक्तिसहित उपासना करके

' दुर्गां देवीं महामायी महाभायां महाप्रभाम् ।'

से प्रार्थना करके यथाशक्ति ब्राह्मण - भोजन कराये और स्वयं पिसे हुए सत्तूका पान करके व्रत करे ।

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Last Updated : January 21, 2009

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