Dictionaries | References

रोग पोटांत व औषध डोळयांत

   
Script: Devanagari

रोग पोटांत व औषध डोळयांत

   रोग एका जागीं तर औषध भलत्याच जागीं
   मग गुण कसा येणार, -केसरी २८-२-४१. तु ०-डोळयांत केर कानांत फुंकर.

Related Words

रोग पोटांत व औषध डोळयांत   औषध   रोग      و(व)   औषध विक्रेता   गुप्त रोग   रोग विज्ञान   रोग प्रतिकारक   विषज रोग   संक्रामक रोग   डोळ्याला रोग, तिथे हाताला औषध काय उपयोग?   विषाणूजन्य रोग   डोंगरास दुखणें व शिंपीत औषध   संसर्गजन्य रोग   रामबाण औषध   प्रशामक औषध   रोग प्रतिबंधक कुवत   रोग प्रतिरोधक क्षमता   औषध जान्हवी तोयं   रसौषध   alzheimer's disease   शामक औषध   डोंगरास दुःख आणि शिंपीभर औषध   झाडापाल्‍याचें औषध   वेदनशामक औषध   कानाला ठणका व नाकाला औषध   भूक मावेना आणि पोटांत जाईना   रासायनिक औषध   पोटांत जावप   पोटांत पडणें   पोटांत कालवणे   पोटांत तोडणें   पोटांत सुकप   पोटांत भडभडणें   पोटांत निघणें   पोटांत शिरणें   ataractic drug   आशेसारखा रोग नाही   भंगरा सूव मोणु दोलांतु गालुंवे? भांगरा सूय हमूण डोळयांत घालूं व्हय?   पोटांत नाहीं वाढ अन्‌ जीव करतो लाड   आईच्या पोटास रोग येणें   सारी नवरी चांग आणि एका डोळयांत वांग   रोग मसाला, विटल वरण   औषध नाहीं, मृत्‍यूस कांहीं      و   वकारः   काडीनें औषध लावणें   मेंगी गाय पोटांत पाय   मोनी गाय, पोटांत जाय   पोटांत गोळा उभा राहणें   औषधि   नाकांत पूर, डोळयांत धूर   गुप्तरोग   वायगोळा पोटांत उठणें   पोटांत तटातट तुटणें   पोटांत कावळे कोरणें   पोटांत चर्र होणें   पोटांत धाक पडणें   पोटांत धोंडा उभा राहणें   अपराध पोटांत घालणें   पोटांत पाय असणें   पोटांत हरणाचें काळीज शिरणें   पोटांत हरणाचीं काळिजें शिरणें   विषाणुज रोग   कोळे रोग   क्षीण रोग   छुतहा रोग   छुतिहा रोग   छूत रोग   पार्किंसन रोग   स्पर्शज रोग   छालाको रोग   निकंद रोग   मूळव्याध   तोंडाचो रोग   क्षीणक रोग   वात रोग   शुष्कगर्भ रोग   रोग निवृत्ति   उपदेश म्हातार्‍यास, जेवीं औषध मेल्यास   अर्श रोग   गर्भी रोग   मानसिक रोग   फिरंग रोग   वनस्पति रोग   पार्किन्सन रोग   औषधि बेच्ने   देखोदेखी लिया जोग, घटे काया बढे रोग   contagious disease   छूत का रोग   रोग प्रतिरक्षक क्षमता   रोग प्रतिरक्षा क्षमता   रोग प्रतिरोधन क्षमता   टुकेनें औषध घेणें   टुकेनें औषध देणें   कुष्ठरोग   पोटांत नाहीं भूक, खाण्याचं काय सुख   पथ्यासारखें दुसरें औषध नाहीं   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP