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प्रथ्

   { prath }
Script: Devanagari

प्रथ्

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English |   | 
प्रथ्   1.cl. 1. Ā. ([Dhātup. xix, 3] ) प्र॑थते (rarely P.°तिe.g.impf. 2. du.अ॑प्रथतम्, [RV.] ; Impv.प्रथन्तु, [VS.] ; pf.पप्रथतुः, [BhP.] ; mostly Ā.pf.पप्रथे॑, p.पप्रथान॑, [RV.] ; aor.प्रथिष्ट, p.प्रथान॑, ib.; fut.प्रथिष्यते, प्रथिताGr.),
to spread, extend (intrans.; P. trans. and intrans.), become larger or wider, increase, [RV.] &c. &c.;
to spread abroad (as a name, rumour &c.), become known or celebrated, [MBh.] ; [Kāv.] &c.;
to come to light, appear, arise, [Kir.] ; [Rājat.] ;
to occur (to the mind), [Rājat.] :
Caus.प्रथ॑यति (rarely °ते; aor.अपप्रथत्, [Pāṇ. 7-4, 95] ; Subj.पप्र॑थत्, [RV.] ; पप्रथन्त, ib.; प्र॑थयि, [TS.] ),
to spread, extend, increase, [RV.] &c. &c. (प्रथयति-तराम्, [Ratnâv. iv, 3] ; Ā. intr, [RV.] ; [AV.] );
to spread abroad, proclaim, celebrate, [R.] ; [Hariv.] ; [BhP.] ;
to unfold, disclose, reveal, show, [Kāv.] ; [Pur.] ;
to extend over i.e. shine upon, give light to (acc.), [RV. iii, 14, 4.]
प्रथ्   2. or पृथ्cl. 10. P.प्राथयति or पर्थयति, to throw, cast;

प्रथ्

The Practical Sanskrit-English Dictionary | Sanskrit  English |   | 
प्रथ् [prath]   I. 1 Ā. (प्रथते, प्रथित)
   To increase (wealth &c.); तत्प्रथ्यमानवपुषा व्यथितात्मभोगः [Bhāg.1.16.24.]
   To spread abroad (as fame, rumour &c.); तथा यशोऽस्य प्रथते [Ms.11.15.]
   To become famous or celebrated; अतस्तदाख्यया तीर्थं पावनं भुवि पप्रथे [R.15.11;] अतोऽस्मि लोके वेदे च प्रथितः पुरुषोत्तमः [Bg.15.18;] [Śi.9.16;15.23;] [Ku.5.7;] [Me.24;] [R.5.65;9.76.]
   To appear, arise, come to light; श्रमो नु तासां मदनो नु पप्रथे [Ki.8.53.]
   To occur (to mind). -II. 1 U. (प्रथयति-ते, प्रथित)
   To spread abroad, proclaim; सज्जना एव साधूनां प्रथयन्ति गुणोत्करम् [Dṛi. Ś.12;] [Bk.17.17;] जगद्भ्रमणकौतुकोच्चलितरामकीर्त्यङ्गनाप्रयाण- पटहध्वनिं प्रथयति स्म ताराध्वनिः Rāmāyaṇachampū.
   To show, manifest, display, evince, indicate; परमं वपुः प्रथयतीव जयम् [Ki.6.35;5.3;] [Śi.1.25;] [Ratn.4.13;] [Ś.3.14.]
   To increase, enlarge, enhance, augment, stretch; अवस्था वस्तूनि प्रथयति च संकोचयति च [Bh.2.45.]
   To disclose.
   To spread, extend.
   To throw, cast.
   To celebrate (प्राथयति); L. D. B.

प्रथ्

संस्कृतम् (Sanskrit) WN | Sanskrit  Sanskrit |   | 
 verb  सीम्नि वा क्षेत्रे वा अभिव्यापनानुकूलः व्यापारः।   Ex. अशोकस्य राज्यं प्रतिदिशं पप्रथे।
ONTOLOGY:
कर्मसूचक क्रिया (Verb of Action)क्रिया (Verb)
SYNONYM:
वितन् विस्तृ विस्तॄ प्रसृ विसृ प्रसृप् विसृप्
Wordnet:
bdगोसार
gujવિસ્તારિત
hinप्रसारित होना
kanವಿಸ್ತರಿಸು
kasپھۄلِتھ
kokपातळप
malവിശാലമാക്കുക
marपसरणे
mniꯁꯟꯗꯣꯛꯄ
nepफैलिनु
oriପ୍ରସାରିତ
panਪ੍ਰਸਾਰਿਤ ਹੋਣਾ
tamவிரிவாக்கு
telవ్యాపించు
urdتوسیع ہونا , پهیلنا , بڑھنا , فروغ پانا , فراخ ہونا , وسعت دینا , وسیع ہونا

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