-
তর্পন
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 3.165961 | Lang: NA
-
तर्पणम्
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 1.656424 | Lang: NA
-
तर्पण
Meanings: 34; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.9586375 | Lang: NA
-
તર્પણ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9490026 | Lang: NA
-
ترٛپَن
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9027194 | Lang: NA
-
தர்ப்பணம்
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9027194 | Lang: NA
-
తర్పణం
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9027194 | Lang: NA
-
ଜଳତର୍ପଣ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9027194 | Lang: NA
-
തര്പ്പണം
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9027194 | Lang: NA
-
ತರ್ಪಣ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.9027194 | Lang: NA
-
ਅਰਘ
Meanings: 7; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6770396 | Lang: NA
-
अर्घ्य
Meanings: 21; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.4513597 | Lang: NA
-
ਤ੍ਰਿਪਣ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4390369 | Lang: NA
-
ତର୍ପଣ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4390369 | Lang: NA
-
സന്തോഷിപ്പിക്കല്
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.4390369 | Lang: NA
-
contentment
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.1097592 | Lang: NA
-
জলতর্পন
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.08575611 | Lang: NA
-
জলদান
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.08575611 | Lang: NA
-
অর্ঘ
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.06002928 | Lang: NA
-
आप्यायनम्
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03568222 | Lang: NA
-
प्रीणनम्
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03568222 | Lang: NA
-
पितृतर्पणम्
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02230139 | Lang: NA
-
अर्घ्यम्
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.008920554 | Lang: NA
-
प्राशित
Meanings: 13; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.006690416 | Lang: NA
-
पञ्चमहायज्ञ - पाँच स्थल
प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.006690416 | Lang: NA
-
अवनम्
Meanings: 15; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.004460277 | Lang: NA
-
प्रविश्
Meanings: 8; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.004460277 | Lang: NA
-
अध्याय ३०५ - पञ्चपञ्चाशद्विष्णुनामानि
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.004460277 | Lang: NA
-
उत्तर पर्व - अध्याय १३७
भविष्यपुराणांत धर्म, सदाचार, नीति, उपदेश, अनेक आख्यान, व्रत, तीर्थ, दान, ज्योतिष अणि आयुर्वेद शास्त्र वगैरे विषयांचा अद्भुत संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.004460277 | Lang: NA
-
सप्तचत्वारिंशः पटलः - सदाशिवध्यानमानसोपचारञ्ज
रूद्राणीरूद्रयो पूजाप्रकरणम्
Type: PAGE | Rank: 0.004460277 | Lang: NA
-
प्रभासक्षेत्र माहात्म्यम् - अध्याय २२१
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.004460277 | Lang: NA
-
गणेशस्तवराजः - श्रीभगवानुवाच । गणेशस्य ...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
Type: PAGE | Rank: 0.004460277 | Lang: NA
-
अष्टादशन्
Meanings: 17; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.003902742 | Lang: NA
-
ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः ११२
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003902742 | Lang: NA
-
भावोपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.003902742 | Lang: NA
-
ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः १६८
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003345208 | Lang: NA
-
आचारकाण्डः - अध्यायः २२३
विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003345208 | Lang: NA
-
चर्यापदः - शैवोत्पत्तिविधिपटलः
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
Type: PAGE | Rank: 0.003345208 | Lang: NA
-
नागरखण्डः - अध्याय २३४
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003345208 | Lang: NA
-
धर्मंसूक्तिः
भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.003345208 | Lang: NA
-
अथ चर्यापादः - शैवोत्पत्तिविधिपटलः
सुप्रभेदागमः म्हणजे शिल्पशास्त्र ह्या विषयावरील महत्वपूर्ण ग्रंथ.
Type: PAGE | Rank: 0.003345208 | Lang: NA
-
पितृ
Meanings: 98; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.003153892 | Lang: NA
-
विश्वेश्वरसंहिता - अध्याय ११ वा
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003153892 | Lang: NA
-
कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २८०
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.002897035 | Lang: NA
-
वैशाखमासमाहात्म्यम् - अध्याय ७
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002787673 | Lang: NA
-
सौभाग्यलक्ष्म्युपनिषत्
आपल्या प्राचीन वाङ्मयामध्ये उपनिषदांना फार महत्त्वाचे, म्हणजे प्रस्थानत्रयी मधील एक, असे स्थान आहे. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas. Being the conclusive part of Vedas, Upanishad can be called the whole substance of Vedic wisdom.
Type: PAGE | Rank: 0.002787673 | Lang: NA
-
वैशाखमासमाहात्म्यम् - अध्याय २३
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002787673 | Lang: NA
-
उत्तरभागः - अध्यायः ४६
`नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द-शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
Type: PAGE | Rank: 0.002787673 | Lang: NA
-
नागरखण्डः - अध्याय २४२
भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) ने कथन केल्यामुळे ह्या पुराणाचे नाव 'स्कन्दपुराण' आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002787673 | Lang: NA
-
विष्णुसंहिता - एकोनविंशः पटलः
विष्णुसंहितामध्ये प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, तर्क, समाधि आणि ध्यान हे क्रमवार आहेत.
Type: PAGE | Rank: 0.002787673 | Lang: NA