शतानीक n. (सो. कुरु.) एक राजकुमार, जो नकुल एवं द्रौपदी का पुत्र था
[म. आ. ५७.१०२, ९०.८२] ;
[भा. ९.२२.२९] ;
[मत्स्य. ५०.५३] । भारतीय युद्ध में इसका निम्नलिखित योद्धाओं के साथ युद्ध हुआ थाः
शतानीक (सात्राजित) n. एक भरतवंशीय सम्राट्, जिसने काशिनरेश धृतराष्ट्र को पराजित कर, उसके यज्ञाश्र्व का हरण किया था
[श. ब्रा. १३.५.४.९-१३] । यह सत्राजित राजा का पुत्र था, एवं वाजरत्नपुत्र सोमशुष्म नामक आचार्य ने इसे ‘ऐन्द्र महाभिषेक’ किया था
[ऐ. ब्रा. ८.२१] । अथर्ववेद के अस्पष्ट अर्थ के एक सूक्त में, दाक्षायणों के द्वारा इसे बॉंधा जाने का निर्देश प्राप्त है
[अ. वे. १.३५.१] ;
[वा. सं. ३४.५२] ।
शतानीक II. n. (सो. कुरु. भविष्य.) एक राजा, जो परिक्षित्पुत्र जनमेजय का पुत्र था । इसकी माता का नाम वपुष्टमा था, जो काशिराज की कन्या थी
[म. आ. ९०.९४] । इसने याज्ञवल्क्य, कृप, एवं शौनक से क्रमशः वेदविद्या, अस्त्रविद्या, एवं आत्मविद्या प्राप्त की थी । समंतु नामक आचार्य ने इसे भारत एवं भविष्यपुराण कथन किया था
[भवि. ब्राह्म. १.३०-३६] । इसकी पत्नी का नाम वैदेही था, जिससे इसे अश्व, मेधदत्त (सहस्रानीक) नामक पुत्र उत्पन्न हुआ था
[भा. ९.२२ ३८-३९] । शतानीक राजा के जीवनवृत्त से महाभारत में प्राप्त कुरुवंश का वृत्तान्त समाप्त होता है,
[म. आ. ९०.९४-९६] । किंतु विष्णु में परिक्षित् राजा से ही कुरुवंश का वर्णन समाप्त होता है, एवं उसके आगे ‘भविष्य वंश’ प्रारंभ होता है
[विष्णु. ४.२१.१-२] ;
[भा. ९.२२.३९] । यह अत्यंत विरक्त प्रकृति का राजा था, जिस कारण अपनी उत्तर आयुष्य में आत्मज्ञान प्राप्त कर, यह स्वर्गलोक प्रविष्ट हुआ।
शतानीक III. n. (सो. कुरु. भविष्य) एक कुरुवंशीय राजा, जो महाभारत के अनुसार वसुदान राजा का, मत्स्य के अनुसार वसुदामन् राजा का, एवं भागवत के अनुसार सुदास राजा का पुत्र था
[मत्स्य. ५०.८६] । इसके पुत्र का नाम दुर्दमन (उदयन) था
[भा. ९.२२.४३] । इसका सविस्तृत वंशक्रम विष्णु में निम्नप्रकार दिया गया हैः-- वसुदामन्-शतानीक-उदयन-वहीनर-खंडपाणि-निरमित्र-क्षेमक। क्षेमक राजा के साथ सोमवंश समाप्त होता है
[विष्णु. ४.२१.३] ।
शतानीक IV. n. मत्स्यनरेश विराट के सोमदत्त नामक छोटे भाई का नामान्तर
[म. वि. ३०.१३] । भारतीय युद्ध में यह द्रोण के द्वारा मारा गया
[म. वि. ३.१९] ;
[म. द्रो. २०.२२] ;
[क. ४.८३] ।
शतानीक V. n. मत्स्यनरेश विराट का भाई एवं सेनापति। विराट के द्वारा किये गये घोषयात्रा युद्ध में, इसने त्रैगर्तों के साथ युद्ध किया था
[म. वि. ३१.१६] । भारतीय युद्ध में यह पांडवों का प्रमुख योद्धा था
[म. द्रो. १४३.२७] । इसी युद्ध में, शल्य के द्वारा इसका वध हुआ
[म. द्रो. १४३.२७] ।
शतानीक VI. n. ब्रह्मसावर्णि मनु के पुत्रों में से एक
[ब्रह्मांड. ४.१.७२] ।
शतानीक VII. n. एक राजा, जो बृहद्रथ राजा का पुत्र था
[विष्णु. ४.२१.१४] ।