कार्तिक शुक्लपक्ष व्रत - नागव्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


नागव्रत

( कूर्मपुराण ) - कार्तिक शुक्ल चतुर्थीको मध्याह्नके समय शेषसहित शङ्खपालादि नागोंका पूजन करे, दूधसे स्त्रान कराये, गन्ध - पुष्प अर्पण करे और दुग्धका पान ( भोजन ) कराये तो विषजन्य बीमारियोंका भय नहीं होता और न सर्प डसते हैं । यह चतुर्थी मध्याह्नव्यापिनी ली जाती है ।

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Last Updated : January 22, 2009

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