काण्व n. स्वरविषयक मत बतानेवाला आचार्य
[शु. प्रा. १.१२३,१४.९] ।
काण्व II. n. वसिष्ठगोत्री ऋषिगण।
काण्व III. n. वायु के मत में, व्यास की यजुःशिष्यपरंपरा का याज्ञवल्क्य की शाखा में से एक (व्यास देखिये) । [ आयु, इरिंविठ, कण्व, कुरुसुति, कुसीदिन, कृषि, त्रिशोक, दवातिथि, नाभाक, नारद, नीपातिथि, पर्वत, पुनर्वत्स, पुष्टिगु, पृषध्र, प्रगाथ, प्रस्कण्व, ब्रह्मातिथि, मातरिश्वन्, मेघातिथि, मेध्य, मेध्यातिथि, वत्स, शशकर्ण, श्रुष्टिगु, सध्वंस, सुषर्ण, सोभरि, तथा सौश्रवस काण्व देखिये] ।