हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|फाल्गुनके व्रत|फाल्गुन शुक्लपक्ष व्रत| व्रतद्वयी पूर्णिमा फाल्गुन शुक्लपक्ष व्रत पयोव्रत मधुकतृतीया अविघ्रकरव्रत मनोरथचतुर्थी अर्कपुटसप्तमी कामदा सप्तमी कल्याणसप्तमी द्वादशसप्तमी लक्ष्मी सीताष्टमी शुक्लैकादशी पापनाशिनी द्वादशी वृषदानव्रत सर्वार्तिहरव्रत फाल्गुनी पूर्णिमा व्रतद्वयी पूर्णिमा फाल्गुन्यां पूर्वाफाल्गुनी अशोकव्रत लक्ष्मीनारायणव्रत कूर्चव्रत तीर्थक्षेत्रीय व्रत होलिकादहन फाल्गुन शुक्लपक्ष व्रत - व्रतद्वयी पूर्णिमा व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : festivalphalgunvratफाल्गुनमहिनाव्रतसण व्रतद्वयी पूर्णिमा Translation - भाषांतर व्रतद्वयी पूर्णिमा ( कृत्यतत्त्वार्णव ) - फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमाको कश्यप ऋषिके औरस और अदितिके गर्भसे अर्यमा ( आदित्य ) एवं अनुसूयाके गर्भसे निशाकर ( चन्द्रमा ) उत्पन्न हुए थे । अतः सूर्योदयके समय आदित्यका और चन्द्रोदयके समय चन्द्रमाका ( अथवा चन्द्रोदयके समय सूर्य और चन्द्र दोनोंका ) विधिपूर्वक पूजन करके गायन, वादन और नृत्यसे जागरण करे । इस दिन उपवास न करे । नक्तव्रत ( रात्रिमें एक बार भोजन ) करे । N/A References : N/A Last Updated : January 02, 2002 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP