फाल्गुन शुक्लपक्ष व्रत - अर्कपुटसप्तमी

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


अर्कपुटसप्तमी

( भविष्यपुराण ) - फाल्गुन शुक्ल सप्तमीको प्रातः स्त्रानादिके पश्चात् ' खखोल्काय नमः ' इस मन्त्नसे सूर्यनारायणका पूजन करे । इसके पहले दिन ( षष्ठीको ) एकभुक्त, उस दिन ( सप्तमीको ) निराहार और अष्टमीको ( तुलसीपत्रके समान ) अर्कपत्र ( आकके पत्तों ) का प्राशन करे तो सम्पूर्ण व्याधियाँ नष्ट हो जाती है ।

N/A

References : N/A
Last Updated : January 01, 2002

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP