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दगडाचे देव घालतां खळखळ, काढतां खळखळ

   
Script: Devanagari

दगडाचे देव घालतां खळखळ, काढतां खळखळ

   दगडाच्या मूर्ति असल्या म्हणजे त्या संबळींत घालतांनाहि आवाज करतात व काढतांनाहि आवाज करतात. यावरून नेहमीची असमाधानी वृत्ति दिसून येते. ‘ दगडाचें पेव ’ पहा.

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