-
अथर्ववेदः - काण्डं १२
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं २
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं ९
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं ८
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १०
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं ११
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: INDEX | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १५
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं ५
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १८
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं ४
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं ३
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १३
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १७
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं २०
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं ७
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं ६
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १४
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १६
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
अथर्ववेदः - काण्डं १९
अथर्ववेदात देवतांची स्तुति तसेच जादू, चमत्कार, चिकित्सा, विज्ञान आणि दर्शनाचे मन्त्र सुद्धा आहेत.
Type: PAGE | Rank: 1.169514 | Lang: NA
-
atharva-veda
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.447089 | Lang: NA
-
योगशिक्षोपनिषद् - प्रथमोऽध्यायः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
जाबालदर्शनोपनिषत्
आपल्या प्राचीन वाङ्मयामध्ये उपनिषदांना फार महत्त्वाचे, म्हणजे प्रस्थानत्रयी मधील एक, असे स्थान आहे. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas. Being the conclusive part of Vedas, Upanishad can be called the whole substance of Vedic
Type: INDEX | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सर्ववेदसारसंग्रहः - पञ्चभूतसृष्टिः
' सर्ववेदान्तसिद्धान्तसारसंग्रहः' यात सर्व वेदांतील सार सोप्या भाषेत कथन केले असून, वेद वाचल्याचा आनंद मिळतो.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सर्ववेदसारसंग्रहः - श्रुत्यवगम्यं तथ्यम्
' सर्ववेदान्तसिद्धान्तसारसंग्रहः' यात सर्व वेदांतील सार सोप्या भाषेत कथन केले असून, वेद वाचल्याचा आनंद मिळतो.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सूक्तः
सूक्त चे चार भेद आहेत- देवता, ऋषि, छन्द आणि अर्थ.
Type: INDEX | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
रुद्राक्षजाबालोपनिषत्
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सूर्योपनिषत्
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
विषवैद्यं - चिकित्साक्रमाधिकारं
आयुर्वेदातील विषासंबंधी एक महान ग्रंथ
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
गोपालतापिन्युपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सर्ववेदसारसंग्रहः - नैस्पृह्यम्
' सर्ववेदान्तसिद्धान्तसारसंग्रहः' यात सर्व वेदांतील सार सोप्या भाषेत कथन केले असून, वेद वाचल्याचा आनंद मिळतो.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
अथर्वशिरउपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
मेधासूक्तम्
सूक्त चे चार भेद आहेत- देवता, ऋषि, छन्द आणि अर्थ.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
वेदान्तशास्त्रमकरन्दः - द्वितीयपरिच्छेदः
श्री १००८ श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्य-योगीन्द्रवर्य-श्रीआत्मानन्दसर स्वतीस्वामिभिंर्विरचितः ।
Type: INDEX | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
रसेन्द्रचिन्तामणि - अध्यायः २
रसेन्द्रचिन्तामणि चौदाव्या शतकांतील गद्यपद्य मिश्रित ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
श्वेताश्वतरोपनिषत् - तृतीयोऽध्यायः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
योग-कुण्डलिनि उपनिषद्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
द्वितीयपरिच्छेदः - परिच्छेदः ६
श्री १००८ श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्य-योगीन्द्रवर्य-श्रीआत्मानन्दसर स्वतीस्वामिभिंर्विरचितः ।
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
बृहज्जाबालोपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सुबालोपनिषत् - द्वितीयः खण्डः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सर्ववेदसारसंग्रहः - सविकल्पः निर्विकल्पः समाधिः
' सर्ववेदान्तसिद्धान्तसारसंग्रहः' यात सर्व वेदांतील सार सोप्या भाषेत कथन केले असून, वेद वाचल्याचा आनंद मिळतो.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
शरभोपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
वेदान्तशास्त्रमकरन्दः - प्रथमःपरिच्छेदः
श्री १००८ श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्य-योगीन्द्रवर्य-श्रीआत्मानन्दसर स्वतीस्वामिभिंर्विरचितः ।
Type: INDEX | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सर्वसारोपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सर्ववेदसारसंग्रहः - जगदुत्पत्तिः
' सर्ववेदान्तसिद्धान्तसारसंग्रहः' यात सर्व वेदांतील सार सोप्या भाषेत कथन केले असून, वेद वाचल्याचा आनंद मिळतो.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
भावमिश्रः भावप्रकाशः - अरीतक्यादिवर्ग
आयुर्वेदातील एक महान ग्रंथ
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
प्रथमःपरिच्छेदः - परिच्छेदः १
श्री १००८ श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्य-योगीन्द्रवर्य-श्रीआत्मानन्दसर स्वतीस्वामिभिंर्विरचितः ।
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
सुबालोपनिषत् - चतुर्दशः खण्डः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA
-
श्रीशिवोपनिषत् - तृतीयः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
Type: PAGE | Rank: 0.2001054 | Lang: NA