हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|भाद्रपदके व्रत|भाद्रपद शुक्लपक्ष व्रत| पालीव्रत भाद्रपद शुक्लपक्ष व्रत महत्तमाख्यशिवव्रत मौनव्रत हरितालिका सिद्धिविनायकव्रत शिवाचतुर्थी ॠषिपञ्चमी शिवाचतुर्थी ॠषिपञ्चमी सूर्यषष्ठी चम्पाषष्ठी फलसप्तमी श्रीराधाष्टमी दूर्वाष्टमी महालक्ष्मीव्रत नन्दानवमी दशावतारव्रत शुक्लैकादशी कटिपरिवर्तनोत्सव अनन्तव्रत पालीव्रत कदलीव्रत भाद्रपद शुक्लपक्ष व्रत - पालीव्रत व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : bhadrapadfestivalvratभाद्रपदमहिनाव्रतसण पालीव्रत Translation - भाषांतर पालीव्रत ( भविष्यपुराण ) - भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशीको चारों वर्णकी कोई भी कुलवधू किसी जलपूर्ण बड़े तालाब आदिपर जाकर एक चौकीपर अक्षतादिका मण्डल बनाकर उसपर वरुणकी मूर्ति या वारुण यन्त्र लिखे । फिर उसका गन्ध, पुष्पादिसे पूजन करके ' वरुणाय नमस्तुभ्यं नमस्ते यादसां पते । अपां पते नमस्तुभयं रसानां पतये नमः ॥' से अर्घ्य दे और ' मा क्लेदं मा च दौर्गन्ध्यं वैरस्यं मा मुखेऽस्तु मे । वरुणो वारुणीभर्ता वरदोऽस्तु सदा मम ॥' से प्रार्थना करके ब्राह्मणोंको भोजन करावे और अग्निपक्क अन्नका स्वयं भोजन करे । N/A References : N/A Last Updated : January 21, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP